मधुबनी. मधुबनी निवासी प्रसिद्ध अंग्रेजी साहित्यकार व ब्रिटिश लिंगुआ के संस्थापक डॉ. बीरबल झा को अंग्रेजी साहित्य रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा. यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें भारत और वैश्विक स्तर पर अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षण और साहित्य में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है. दिल्ली में 26 फरवरी को आयोजित एक समारोह में उन्हें यह पुरस्कार दिया जाएगा. उन्हें यह सम्मान अंग्रेजी शिक्षा के माध्यम से व्यक्तियों को सशक्त बनाने और समाज पर उनके गहरे साहित्यिक प्रभाव को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाएगा. उनके प्रयास से लाखों लोगों को भाषा की बाधाओं को तोड़ने, अंग्रेजी शिक्षा के माध्यम से सामाजिक सशक्तिकरण और सामाजिक प्रगति हासिल करने में मदद मिली है. उनके प्रयासों ने लाखों लोगों को बेहतर रोजगार पाने, अपनी जीवन शैली में सुधार करने और वंचित वर्गों को रोजगार हासिल करने में मदद की है. उनके इंग्लिश फॉर ऑल अभियान ने लोगों के लिए अंग्रेजी सीखना सुलभ बना दिया है. उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में सेलिब्रेट योर लाइफ, स्पोकन इंग्लिश किट और इंग्लिश सिम के साथ-साथ लिंगुआ बुलेटिन है. उन्होंने भारत में अंग्रेजी भाषा को सहज और लोकतांत्रिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने अपने साहित्य के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उठाकर सामाजिक चेतना जगाने का काम किया है. उनकी रचनाएं सामाजिक न्याय, लैंगिक समानता और हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान का समर्थन करती है. अंग्रेजी साहित्य रत्न पुरस्कार समारोह 26 फरवरी को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आरोग्य सृजन न्यास द्वारा आयोजित किया गया है. यह जानकारी कार्यक्रम के संयोजक अजीत कुमार ने दी है. कहा कि डॉ. बीरबल झा एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं. उन्होंने शिक्षा, सामाजिक न्याय और सामुदायिक विकास के बीच की खाई को पाटने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है. इन्हें दर्जन भर से अधिक सम्मान पूर्व में भी मिल चुका है.
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