मधुबनी. मलंगिया पंचायत को फाइलेरिया मुक्त करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. इस क्रम में शुक्रवार को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ एक जागरूकता बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता एचएनएस मंजिता दीदी ने की. उन्होंने उपस्थिति जीविका दीदी को फाइलेरिया के लक्षण, उपचार, सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत दवा का सेवन करना, एमएमडीपी कीट के माध्यम से फाइलेरिया मरीजों का उपचार एवं साफ सफाई के तरीकों तथा परिवार नियोजन के साधन एवं संस्थागत प्रसव के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने पोषण और स्वच्छता के महत्व पर भी विस्तृत जानकारी साझा किया. बैठक में पिरामल फाउंडेशन टीम की गांधी फेलो उमिता सिंह ने उपस्थित महिलाओं को फाइलेरिया, कालाजार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के बारे में जागरूक किया. उन्होंने बताया कि यह सभी बीमारियां मच्छरों के काटने से होती है, और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है. उमिता सिंह ने फाइलेरिया के रोकथाम उपाय, डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट की प्रक्रिया तथा एमएमडीपी किट के महत्व के बारे में भी विस्तार से जानकारी साझा की. उन्होंने महिलाओं से अपील किया, कि वे अपने समुदाय में इस जानकारियों को और आगे फैलाएं ताकि ग्राम पंचायत मलंगिया को फाइलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य जल्द प्राप्त किया जा सके. बैठक में महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी करते हुए संकल्प लिया कि वे अपने परिवार और पड़ोसियों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करेगी.
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