मधुबनी. जिले में बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार को डेंगू के एक – मरीज मरीज चिह्नित होने के बाद इसकी संख्या 7 हो गयी. पिछले चार दिनों में 4 डेंगू मरीजों को चिह्नित किया गया है. इसमें तीन मरीजों का ट्रैवल हिस्ट्री पटना व 1 मरीज का ट्रैवल हिस्ट्री हैदराबाद है. अब तक चिह्नित मरीजों में 18-24 वर्ष के लोग शामिल हैं. जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी के निर्देश पर सभी डेंगू मरीजों के घर के 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान से फाॅगिंग व लार्विसाइडल का छिड़काव कराया गया. उन्होंने मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी संस्थानों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. डेंगू मरीजों में रहिका प्रखंड के नवटोल निवासी 19 वर्षीय गुड्डी कुमारी, बेनीपट्टी लोहिया चौक निवासी 22 वर्षीय ईश्वर चंद्र ठाकुर लदनियां प्रखंड के पिपराही निवासी 22 वर्षीय मुकेश राम, खजौली प्रखंड के बिरौल निवासी 18 वर्षीय अनुज कुमार, खजौली प्रखंड निवासी 22 वर्षीय पवन कुमार ठाकुर, लदनियां प्रखंड के खाजेडीह निवासी 24 वर्षीय आनंद कुमार एवं राजनगर प्रखंड के मंगरौनी शेखटोली निवासी मो. शकील के घर के आसपास शनिवार को फागिंग एवं छिड़काव किया गया. वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि डेंगू मरीजों का प्लेटलेट्स काफी तेजी से गिरने लगता है. प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग डेढ़ लाख प्लेटलेट्स होनी चाहिए. डेंगू होने पर मरीज के प्लेटलेट्स में तेजी से कमी होने लगती है. डेंगू से बचाव व जागरूकता के लिए केटीएस, वीडीसीओ, बीएचडब्ल्यू एवं बीएचआइ की ओर से प्रचार – प्रसार किया जा रहा है. संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जा रहा है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर सदर अस्पताल में एलिसा टेस्ट कराया जाता है. गंभीर मरीजों को सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर मरीज का निशुल्क उपचार किया जाता है. पॉजिटिव मरीज के गांव में उनके घर से 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान ते फाॅगिंग कराया जा रहा है. इसके साथ ही लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोग, कारण, उपचार एवं सावधानियां के बारे में जानकारी के लिए जिले के 50 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के डेंगू मरीजों के घर के 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मालाथियान से फागिंग स्वास्थ्य विभाग एवं शहरी क्षेत्र में मरीजों के घर के 500 मीटर रेडियस में नगर निगम द्वारा फागिंग एवं छिड़काव किया जाता है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जमाव एवं गंदगी वाले क्षेत्रों मे एंटी लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव कराया जा रहा है. यह अभियान ठंड के मौसम आने तक जारी रहेगा. रैपिड रिस्पांस टीम का किया गया है गठन डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित किया गया है. जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आम लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता व इलाज की सटीक जानकारी देने के साथ साथ आपात कालीन स्थिति से निपटने की जिम्मेदारी इस टीम को दी गयी है. डेंगू के मरीज के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में मरीज के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 बेड तथा प्रत्येक सीएचसी एवं पीएचसी में 2-2 बेड आरक्षित किया गया है. मच्छर के प्रकोप से बचाव के लिए महत्वपूर्ण बातें घर में साफ-सफाई पर ध्यान रखें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें घरों के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें खाली बर्तन एवं सामानों में पानी जमा नहीं होने दें और इकठ्ठा हुए पानी में किरोसिन तेल डालें डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें
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