1. रवासगीर साहब : 1914 से 1921 तक
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सुनैना मंगलवार को संभालेंगी कुरसी अब तक रहे मुख्य पार्षद
1. रवासगीर साहब : 1914 से 1921 तक 2. महेंद्र प्रसाद : 1921 से 1925 तक 3. राय बहादुर सुशील कुमार राय : 1925 से 1929 तक 4. चतुरानंद लाल दास : 1930 से 1933 तक 5. लक्ष्मीनाथ मिश्र : 1934 से 1937 तक 6. राय बहादुर सुशील कुमार राय : 1937 से 1940 तक […]
2. महेंद्र प्रसाद : 1921 से 1925 तक
3. राय बहादुर सुशील कुमार राय : 1925 से 1929 तक
4. चतुरानंद लाल दास : 1930 से 1933 तक
5. लक्ष्मीनाथ मिश्र : 1934 से 1937 तक
6. राय बहादुर सुशील कुमार राय : 1937 से 1940 तक
7. हरिहर प्रसाद महासेठ : 1941 से 1946 तक
8. राम अवतार महासेठ : 1946 से 1951 तक
9. बलदेव पूर्वे : 1952 से 1957 तक
10 वैद्यनाथ पंजियार : 1957 से 1961 तक
11. बलदेव पूर्वे : 1961 से 1963 तक
12. राज कुमार महासेठ : 1963 से 1977 तक
13. बलदेव पूर्वे : 1977 से 1983 तक
14 बलदेव पूर्वे : 1984 से 1989 तक
15 महारानी देवी : 2002 से 2003 तक
16. रेखा नायक : 2004 से 2007 तक
17. खालिद अनवर : कार्यवाहक
18. पवन कुमार पूर्वे : 2007 से 2010
19. विजय कुमार चौधरी : 2010 से 2012
20. खालिद अनवर : 2012 से 2017 तक
21 सुनैना देवी : 9 जून 2017 को बनी मुख्य पार्षद
मधुबनी : नगर परिषद के 21 वीं मुख्य पार्षद सुनैना देवी बनीं. शहर में वह तीसरी महिला हैं, जिन्होंने मुख्य पार्षद बनने का गौरव प्राप्त किया है. बता दें कि मुख्य पार्षद का पद इस बार महिला के लिए आरक्षित था.
इससे पहले दो महिला मुख्य पार्षद रह चुकी है. 2002 में महारानी देवी पहली महिला थी. वह मुख्य पार्षद बनी थी. वे 18 जून 2002 से 26 दिसंबर 2003 तक मुख्य पार्षद रहीं. उसके बाद रेखा नायक 20 जनवरी 2004 से 18 जनवरी 2007 तक मुख्य पार्षद रहीं. 2017 के चुनाव में पहली बार वार्ड पार्षद बनी सुनैना देवी मुख्य पार्षद बनी हैं.
तिकड़ी ने बदली नप की राजनीति : नप की नयी सरकार बनने के बाद अब कार्यालय कर्मी अध्यक्ष के स्वागत व उनके कार्यालय को दुरुस्त करने की पहल शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार नव निर्वाचित मुख्य पार्षद सुनैना देवी मंगलवार को अपने कार्यालय में आकर अपना कार्यभार संभालेंगी. इसके बाद सशक्त स्थायी कमेटी का गठन किये जाने की प्रक्रिया भी विधिवत पूरा की जायेगी. इसको लेकर भी तैयारी शुरू कर दी गयी है. नये मुख्य पार्षद के कार्यालय को सही किया जा रहा है.
कार्यालय के कर्मी भी अपने अपने पास रखे संचिका को दुरुस्त व पूरा करने में दिन रात जुटे हैं. संभावना जतायी जा रही है कि नये मुख्य पार्षद आने के साथ ही कई अहम संचिका का अवलोकन करने वाली हैं. शुक्रवार को चुनाव परिणाम आने के बाद से ही सुनैना देवी व उनके समर्थकों में उत्साह व्याप्त है. शनिवार को समर्थकों के साथ-साथ कई नव निर्वाचित पार्षदों ने नप कार्यालय में आकर वहां का मुआयना किया.
संचिका दूर करने में दिन-रात जुटे कर्मचारी
बधाई देने वालों का दिन भर लगा रहा तांता
कई ने अंतिम समय में पलटा खेमा : सुनैना के पक्ष में अभियान चलाने वाले पूर्व मंत्री, नीरज झा व अरुण कुमार राय ने ऐसी चाल चली कि पूर्व में जिन्हें खालिद अनवर के पक्ष में माना जाता रहा. उनमें से कई को अंतिम समय में इस तिकड़ी ने अपने खेमा में कर लिया. शुरुआत में यह कहा जा रहा था कि नप में चुनकर आये नौ अल्पसंख्यक में से सभी का समर्थन खालिद अनवर के साथ होगा. पर, नीरज झा ने इस गुट में से भी दो को अपने पक्ष में कर लिया. बताया जा रहा है
कि चुनाव से एक रात पहले गुरुवार को सात पार्षद जो अपने आप को खालिद अनवर के साथ होने का आश्वासन दे रहे थे. अचानक ही सुनैना देवी के पक्ष में चले गये. यह घटना होते ही सुनैना देवी के समर्थकों में खुशी तो खालिद अनवर खेमा में मायूसी छा गयी. शुक्रवार की सुबह तो महज इसकी औपचारिकता ही रह गयी थी. इसे पूरा किया गया.
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