मधेपुरा. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) का प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत यादव को बनाए जाने पर छात्र- छात्राओं और एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं में हर्ष और उल्लास का माहौल है. मालूम हो कि निशांत यादव बीते 15 वर्षों से एनएसयूआइ से जुड़कर छात्रों के हक, अधिकार एवं सम्मान के लिए संघर्षरत रहे है. छात्रों के हक के लिए जारी संघर्ष को देखते हुए उन्हें शुरुवात में पार्वती विज्ञान महाविद्यालय का अध्यक्ष, उसके बाद जिला सचिव और फिर 2017 में एनएसयूआइ के आंतरिक चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद आठ वर्षों तक एनएसयूआइ के अध्यक्ष के रूप में अपने सफल कार्यकाल को पूरा किया. नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि एनएसयूआइ देश का एकमात्र सबसे बड़ा लोकतांत्रिक छात्र संगठन है. जो हमेशा छात्रों के हक-अधिकार एवं सम्मान कि लड़ाई के साथ-साथ छात्रों और युवाओं में नेतृत्व क्षमता का विकाश भी करता है. उन्होंने कहा कि आज के दौर में जहां राजनीति में धनबल का दबदबा है. ऐसे समय में मेरे जैसे मध्यम वर्गीय किसान पुत्र को संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेवारी मिलना एनएसयूआइ में ही संभव है. निशांत यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी, बिहार प्रभारी कृष्णा अलावरु, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, कन्हैया कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, बिहार एनएसयूआइ के प्रभारी रोहित राणा, सह प्रभारी सत्यम कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद समेत शीर्ष नेता के प्रति आभार प्रकट करते हुये कहा कि संघटन ने मुझपर जो भरोसा जताया है, जो विश्वास किया है. उसपर खड़ा उतरना मेरी प्राथमिकता है. अब तक जिले में हमने छात्रों-युवाओं के हक, अधिकार एवं सम्मान कि लड़ाई को मजबूती से लड़ते आया हूं, अब प्रदेश भर के छात्रों को गोलबंद कर छात्रों के न्याय के लिए संघर्षरत रहूंगा.
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