मधेपुरा. स्वच्छ व हरित विद्यालय रेटिंग (एसएचवीआर) अभियान के तहत बिहार में स्कूलों को स्वच्छ, पर्यावरण-अनुकूल व समावेशी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी-2020) के अनुरूप है, जो स्कूलों में जल, शौचालय, हाथ धोने की सुविधा, रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन और मिशन एलआइएफ गतिविधियों पर केंद्रित है. जिला के हर विद्यालय द्वारा इस अभियान को शत-प्रतिशत सफल किया गया, जो जिले की एक बड़ी उपलब्धि है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ व हरित विद्यालय रेटिंग कार्यक्रम में हमारी टीम ने जो सफलता अर्जित की है, वह न केवल एक उपलब्धि है, बल्कि हमारी सामूहिक मेहनत, समर्पण और एकजुटता का प्रतीक है. इस उपलब्धि पर डीपीओ एसएसए अभिषेक कुमार ने कहा कि हमें जिले की शानदार उपलब्धि पर गर्व है, जहां हमने पीबीएल, इंस्पायर अवॉर्ड योजना में सभी सरकारी विद्यालयों के साथ सौ प्रतिशत सफलता हासिल की. वहीं एसएचवीआर में भी शत प्रतिशत सफलता प्राप्त किया. हमारी टीम ने इस उपलब्धि के लिए बहुत मेहनत की है, हमें विश्वास है कि यह उपलब्धि हमारे जिले के लिए एक प्रेरणा स्रोत होगी और हम आगे भी ऐसी उपलब्धियां हासिल करते रहेंगे. डीपीओ माध्यमिक अंकिता दास ने कहा कि मधेपुरा हर स्कूली कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर ही भाग नहीं ले रहा बल्कि शत प्रतिशत सफलता भी अर्जित कर रहा है, जो हमारी टीम के सतत मेहनत का परिणाम है. हमें अपनी टीम पर गर्व है. संभाग प्रभारी एमआइएस सुशील कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपने टीम का बढ़ चढ़कर साथ दिया. एसएचवीआर अभियान के प्रमुख नेतृत्वकर्ता के रूप में शिवराज राणा ने कहा कि हमारा लक्ष्य हर स्कूल को एक हरा-भरा और स्वच्छ मॉडल बनाना है. अन्य प्रमुख नेतृत्वकर्ताओं में विजय कुमार, सुधीर कुमार व दीपिका कुमारी शामिल हैं, जो अभियान की रणनीति और क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. जिला स्तर पर गठित टीम में सुजीत सिंह, शैलेश चौरसिया, श्रीनिवास कुमार, जय कुमार ज्वाला, रविंद्र कुमार रौशन, अविनाश कुमार, मृत्युंजय पांडेय, सपन कुमार, कोमल कुमारी, शिवानी प्रिया और प्रणय प्रशांत जैसे समर्पित सदस्य ने जिला-स्तरीय निगरानी और जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन सुनिश्चित किया. उभरते श्रेणी में युवा ऊर्जा का इंजेक्शन देखने को मिला, जिसमें मिथुन कुमार गुप्ता, नीतू कुमारी, श्यामानंद कुमार, विशाल राज, दिलखुश कुमार, जीवन ज्योति, नीतेश कुमार, हिमांशु कुमार, मौसम कुमारी और शिवानी शामिल हैं. ये युवा प्रतिनिधि नवीन विचारों के साथ अभियान को ताजगी प्रदान करते रहे. प्रखंड स्तर पर 13 प्रखंड टीम लीडरों व सहायक में कंचन कुमारी (आलमनगर), मोती लाल मंडल (बिहारीगंज), मनीष कुमार, पवन कुमार सिंह (चौसा), नीरज कुमार, अभिषेक कुमार (पुरैनी), मंजर आलम, बंदना कुमारी (उदाकिशुनगंज), सोनम भारती (ग्वालपाड़ा), इंग्लेश कुमार (कुमारखंड), विशाल कुमार (मुरलीगंज), रंजय कुमार (शंकरपुर), विकाश कुमार (सिंहेश्वर), प्रीति कुमारी (मधेपुरा), प्रिया कुमारी, गौरव कुमार (गम्हरिया) और जटाशंकर कुमार,बाबुल कुमार (घैलाढ) प्रमुख हैं. अभियान की सफलता में मुख्य मार्गदर्शकों की भूमिका सराहनीय रही है. प्रेमलता, भालचंद्र मंडल व संजय कुमार ने अपनी अनुभवी सलाह से टीम को दिशा प्रदान की, जिससे यह ढांचा और मजबूत हुआ.
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