मधेपुरा:शुक्रवार की सुबह तेज हवा के साथ शुरू हुई बूंदा-बांदी से जहां किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वहीं शहर का अधिकांश भाग तालाब में तब्दील हो गया. जिला मुख्यालय सहित विभिन्न बाजारों में जमे कीचड़ व जलजमाव लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया. वहीं मुरलीगंज भलनी के किसान भागेश्वर यादव के शब्दों में यह बारिश नहीं अमृत बरसा है. इस बारिश से किसानों में कहीं खुशी तो कही गम का माहौल था. शुक्रवार को दिन भर हुई झमाझम की बारिश से गेहूं, मक्का, सूर्यमुखी सहित अन्य फसलों को फायदा हुआ है. वहीं आलू व दहलन की खेती को भारी नुकसान होने के कारण किसानों में मायूसी छायी हुई है.
क्या कहते हैं किसान
सिंहेश्वर सरोपट्टी के किसान उदय कुमार उर्फ राजू सिंह कहते हैं कि इस बारिश ने मन में खुशी भर दिया है. किसान को इस बारिश का बेसब्री से इंतजार था. गेहूं, मक्का सहित अन्य फसलों को इससे काफी फायदा होगा. गम्हरिया के इटवा जिवछपुर के किसान रविंद्र यादव कहते हैं इस बारिश ने फिलवक्त आगे की पटवन के खर्चे से निजात दिला दी है. जिवछपुर के किसान संजय सिंह व ङिकू सिंह कहते हैं कि इस वक्त गेहूं को मिला पानी भोला बाबा की कृपा है. नेहालपट्टी के किसान विनोद यादव ने कहा कि बारिश हुई है तो खेतों को राहत मिली है. पटोरी के किसान आशीष कुमार कहते हैं कि इस बारिश के होने से खेतों में नमी आ गयी है.