उफ…ये बाइकर्स
युवाओं में बाइक का क्रेज तो हमेशा से रहा है, लेकिन छोटे शहरों में भी पावर फुल बाइक के प्रति युवाओं की दिवानगी बढ़ती जा रही है़ यही कारण है कि पिछले दिनों शहर की सड़कों पर नये नयी पावरफुल बाइक के साथ बाइकर्स की बहुतायत दिखने लगी है़ तेज रफ्तार और हॉर्न देती हुई बाइक जब फर्राटे से बगल से गुजरती है, तो किसी अनहोनी की आशंका से लोगों की रूह कांप जाती है़ बाइक की यह तेज रफ्तार जहां युवाओं के चंचल मन को लुभाने लगी है, वहीं कई जीवन को निगल रही है, जो अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनता जा रही है. जिले भर में सिर्फ इस वर्ष तेज रफ्तार बाइक से दुर्घटनाग्रस्त होकर करीब आधा दर्जन जानें जा चुकी है.
मधेपुरा : बदलते समय में एक से एक नये आधुनिक टेक्नोलॉजी ने लोगों के जिंदगी की रफ्तार को तेज कर दिया है. वहीं आज के युवा रफ्तार के पीछे आकर्षित हो रहे है. युवा रफ्तार के साथ आगे बढने की होड़ में अपने भविष्य को दांव पर लगा रहे हैं. बाजार में नित्य नये नये तेज रफ्तार की बाइक और बाइक फीचर्स युवा मन को आकर्षिक कर रहे हैं.
युवा पीढ़ी इस और खीचे चले जाते हैं और उसे इस बात का आभाष भी नहीं होता की इस तेज रफ्तार से आम लोगों को कितनी परेशानी हो रही है. जब ये बाइकर्स सड़क पर निकलते हैं, तो आस-पास के लोगों के सिहरन के साथ उफ… ये बाइकर्स आखिर क्या हासिल करना चाहते हैं, कह उठते हैं
मंहगी बाइक स्टार्ट के साथ पकड़ती है तेज रफ्तार . बाजार में इन दिनों एक लाख से लेकर पांच लाख तक की बाइक सड़क पर दौड़ रही है. महंगी बाइक की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये बाइक दो सौ सीसी से लेकर पांच सौ सीसी तक की रहती है. सीसी के आधार पर इसका कीमत भी निर्धारित है.
जिन बाइक की सीसी जितनी अधिक है वह उतनी कम समय में तेज रफतार पकड़ती है. इन बाइकों के साथ अपना दिन गुजारना युवाओं को काफी पसंद है. लेकिन कभी कभी देखा जाता है कि यह रफतार युवाओं के पकड़ से बाहर हो जाती है और वे अपने जान को जोखिम में डालते ही है साथ ही दूसरे लोगों को भी जान का खतरा बना रहता है.
एफ जेड व बुलेट युवाओं की पहली पसंद. बाजार में उपलब्ध तेज रफतार की बाइकों में एफ जेड व बुलेट युवाओं की पहली पसंद बन गयी है. एफ जेड विभिन्न श्रेणियों में कीमत के अनुसार उपलब्ध है.
वहीं पांच सीसी तक की बुलेट सड़कों पर फरार्टा मार रही है. यहां की सड़कों पर एफ जेड की बाइक जहां एक लाख से साढे तीन लाख तक की देखी जा रही है. वहीं बुलेट भी डेढ लाख से लेकर चार लाख तक की है. हालांकि करिज्मा, स्ट्रीम, सीबीआर, पल्सर एवं अपाची की भारी डिमांड देखी जा रही है. खास बात यह है कि आर्थिक रूप से मजबूत वर्ग के लिए यह बाइक डिजाइन की गयी है. लेकिन मध्यम वर्गीय परिवसर के युवा भी ऐसी बाइक को खरीदने के लिए अभिभावक पर दवाब बनाते है और वे दवाब बनाने में कामयाब भी होते हैं.
रफ्तार के साथ तरक्की की राह पकड़ते युवा. बाइक की तेज रफ्तार से होने वाली अनहोनी से युवा बेखबर हैं, उनकी सोच अलग है. युवा राहुल का मानना है कि जिंदगी में तेज रफतार के साथ ही मंजिल तक पहुंच सकते है. भागदौड़ भरी जिंदगी में कम रफतार वाले युवा पीछे छूट रहे है. तरक्की करनी है तो रफतार के साथ चलना ही होगा.
वहीं शुभम इन सबसे से इतर सोच रखते है. उनका मानना है कि जिंदगी में मंजिल हासिल करने के लिए तेज रफतार की जरूरत तो पड़ती है लेकिन रफतार के साथ सावधानी नहीं होने पर मंजिल पीछे रह जाती है. वहीं युवा गौरव कहते है कि तेज रफ्तार नहीं होने पर जिंदगी सुस्त सी पड़ जाती है. आज का युग तेज रफ्तार का युग है.