नववर्ष में नयी सरकार से विकास की अपेक्षाएं ::::::::::उम्मीद-2016::::::::प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंजफोटो – मधेपुरा 01कैप्शन – बाबा विशुराउत मंदिर – उम्मीद-2.16 . आश्वासन के बावजूद बाबा विशुराउत स्थान को पर्यटन स्थल का नहीं मिला का दर्जा -प्रचलित जय सिंह बाबा मेला को भी मेला प्राधिकार के तहत लाने की आसनववर्ष में राज्य की नयी सरकार से यहां के लोगों को कई विकास कार्य को पूरा करने की उम्मीदें है. बसरते राज्य सरकार में विकास करने की इच्छा शक्ति हो. मुख्यमंत्रियों द्वारा बार-बार अनुमंडल चौसा प्रखंड के बाबा विशुराउत स्थान को पर्यटक स्थल का दर्जा नहीं दिया जा सका. 14 अप्रैल 2015 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा विशुराउत स्थान में ही इसे मेला प्राधिकार के अधीनकर विकसित करने की घोषणा की थी. इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री कुमार ने पहली बार 15 अप्रैल 2007 को भी ऐसी घोषणा की थी. लालू प्रसाद ने भी अपने मुख्यमंत्रीत्व काल में इस स्थान को पर्यटक स्थल का दर्जा देने की घोषणा की थी. लेकिन आज तक घोषणा ही बन कर रह गया. स्थानीय निवासी किशोर यादव, अशोक यादव, ललन कुमार, अमर कुमार व विजय कुमार आदि लोगों ने कहा कि यहां के लोगों के बीच अब आस जगी है नई सरकार अप्रैल 2016 से पहले इसे मेला प्राधिकार में शामिल कर अपनी घोषणा को मूल रूप दे सकेंगे. हालांकि स्थानीय प्रखंड के नयानगर भगवती स्थान व चौसा प्रखंड के फलौत गांव स्थित लोक देवता के रूप में प्रचलित जय सिंह बाबा मेला को भी मेला प्राधिकार के तहत लाने की अपेक्षा राज्य सरकार से रखते हैं. देखना है कि अब इसमें क्या हो सकता है. क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव इसके लिए क्या पहल कर पाते हैं. चूंकि यह तीन देव स्थान इन्ही के विधान सभा क्षेत्र में पड़ता है. लोगों को अपने विधायक पर भरोसा है. पॉलटेकनिक कॉलेज में हो सकता पठन-पाठन शुरू अनुमंडल के चौसा प्रखंड के तहत कलासन बाजार में राजकीय पॉलटेकनिक कॉलेज स्थापना की स्वीकृति राज्य सरकार से मिल चुकी है. 14 अप्रैल 2015 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया था. भवन निर्माण कार्य तेज गति से जल रहा है. और अप्रैल 2017 तक पूरा करने की अवधी निर्धारित है. निर्माण कार्य पूरा हो सकता है. किंतु सरकारी व प्रशासनिक स्तर पर 2016 – 17 से ही छात्रों का नामांकन शुरू करने व पठन पाठन कार्य शुरू करने के लिए प्रयास तेज कर दिया गया है. तत्काल कहा पठन पाठन कार्य होगा. इसके लिए भवनों का चयन प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. लेकिन चयन प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है. उक्त कॉलेज में 350 छात्रों का नामांकन हो सकेगा. भवन निर्माण नहीं होने के बावजूद भी लोगों को उम्मीद है 2016-17 सत्र में छात्रों का नामाकंन जरूर शुरू कर दिया जायेगा. अगर ऐसा संभव हो सका तो कालासन बाजार का विकास होना स्वभाविक ही है. — आइटीआइ कॉलेज की हो सकेगी स्थापना — अनुमंडल मुख्यालय में आईटीआई कॉलेज खोलने की घोषणा 14 अप्रैल 2015 को मुख्यमंत्री कुमार ने ही की थी. इसके लिए 40 एकड़ जमीन की जरूरत है. जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन को राज्य सरकार से चिटठी भी मिल चुकी है. प्रशासन द्वारा बीआडा की प्रति पड़ी जमीन को ही कॉलेज के लिए उपयोगी माना गया है. किंतु 40 एकड़ के बजाय तीस एकड़ जमीन ही उपलब्ध हो सकी है. जिसका प्रतिवेदन प्रशासन ने सरकार के पास भेज दिया है. अब देखना है कि सरकार क्या निर्णय करती है. लेकिन यहां के लोगों को भरोसा हो चुका है. आइटीआई कॉलेज की स्थापना निश्चित ही होगी.– उदाकिशुनगंज – भटगामा रोड का होगा काया पलट — पूर्व में उक्त पथ पीडब्लुडी के अधीन था. काफी जर्जर अवस्था में यह रोड आ चुका है. इसकी सूरत बदलने के लिए राज्य सरकार ने राज्य राज मार्ग की दर्जा दे दी है. इस रोड का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है विजय घाट फोर लाइन पुल चालू हो चुका है. आगर आलमनगर के विधायक नरेंद्र नारायण यादव की बातों में यकीन करें तो लगता है इसी वित्तीय वर्ष में इस रोड के निर्माण का टेंडर हो जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार तीन अरब 80 लाख रुपये आवंटित हो चुकी है. इससे लगता है कि उक्त रोड की सूरत बदलेगी. इस तरह यहां के लोगों को नयी सरकार विकास की काफी अपेक्षाएं हैं.
नववर्ष में नयी सरकार से विकास की अपेक्षाएं
नववर्ष में नयी सरकार से विकास की अपेक्षाएं ::::::::::उम्मीद-2016::::::::प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंजफोटो – मधेपुरा 01कैप्शन – बाबा विशुराउत मंदिर – उम्मीद-2.16 . आश्वासन के बावजूद बाबा विशुराउत स्थान को पर्यटन स्थल का नहीं मिला का दर्जा -प्रचलित जय सिंह बाबा मेला को भी मेला प्राधिकार के तहत लाने की आसनववर्ष में राज्य की नयी सरकार से यहां […]
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