मधेपुरा : भर्राही पुलिस की मनमानी कार्रवाई की शिकायत सदर प्रखंड के सकरपुरा गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने एसपी से की. दिये गये आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि 21 अप्रैल की शाम राजद प्रत्याशी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का गांव में चुनावी जनसंपर्क कार्यक्रम तय था. इसे लेकर दर्जनों ग्रामीण सकरपुरा बस्ती के समीप तालाब के पास इकट्ठा थे.
इस दौरान भर्राही ओपी अध्यक्ष एकरार अहमद खां कुछ पुलिसकर्मियों के साथ जीप से पहुंचे और एक व्यक्ति के आंगन घुस गये और बेवजह घर की तलाशी लेने लगे. इस दौरान ग्रामीण एकजुट हो कर थानाध्यक्ष को बिना अनुमति के घर में घुस कर तलाशी लेने की कार्रवाई का विरोध करने लगे. इस पर आक्रोशित हो कर भर्राही थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज की और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे कर चले गये. इस प्रकरण के बाद भर्राही ओपी अध्यक्ष ने सकरपुरा गांव के 23 वृद्ध एवं नौजवानों के खिलाफ अपने बयान से थाना कांड 236/14 दर्ज कर झूठे आरोप में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने ऐसे लोगों का नाम भी इस मामले में डाला है जो उस वक्त गांव में भी मौजूद नहीं थे. एसपी कार्यालय के समीप आवेदन देने आये लोगों ने ओपी अध्यक्ष पर और भी कई संगीन आरोप लगाया. ग्रामीणों में जीवछ कुमार सिंह, संजय सिंह, प्रशांत कुमार, रमेश सिंह, मुरारी सिंह, ललन कुमार राम, शंभु शर्मा, चंदन कुमारी, आशा कुमारी, विंदेश्वरी साह आदि शामिल थे. वहीं भर्राही ओपीअध्यक्ष एकरार अहमद खां ने इस मामले में बताया कि सकरपुरा गांव के रमेश सिंह का पुत्र पिंटू कुमार उर्फ रामा मारपीट के एक मामले थाना कांड संख्या 670/13 का फरार अभियुक्त है.
उक्त तिथि को अभियुक्त के गांव में होने की सूचना पर पुलिस सकरपुरा पहुंची तो तालाब के पास रामा मिल गया. लेकिन वह पुलिस को देख एक घर में घुस गया. पुलिस जब उसे पकड़ कर ले जाने लगी तो ग्रामीणों के एक समूह ने पुलिस की अभिरक्षा से उसे मुक्त करा भगा दिया. पुलिस ने इसी मामले में ग्रामीणों पर मामला दर्ज किया है.