21 अप्रैल को झारखंड के लुगु पहाड़ी में मुठभेड़ के दौरान मारा गया था बन्नूबगीचा थाना क्षेत्र के बरमसिया का टुन्नी लाल कोड़ा
परिजनों ने किया शव का अंतिम संस्कार
कजरा. बीते सोमवार की अहले सुबह बोकारो जिले के लुगू पहाड़ पर पुलिस व नक्सलियों में मुठभेड़ मं आठ नक्सली मारे गये थे. जिसमें अधिकांश नक्सली पर सरकार ने इनाम रखा था. उन्हीं में से एक नक्सली की पहचान लखीसराय जिला के बन्नूबगीचा थाना क्षेत्र के बरमसिया निवासी टुन्नी लाल कोड़ा के रूप में किये जाने पर उसके परिजनों को इसकी सूचना दी गयी. जिसके बाद परिजन बोकारो पहुंच शव को लेकर अपने साथ शुक्रवार को बरमसिया पहुंचे. टुन्नी लाल कोड़ा पर भी बिहार सरकार के द्वारा दो लाख रुपये का इनाम रखा गया था. बताया जा रहा है कि टुन्नी लाल कोड़ा पिछले एक दशक से लाल आतंक के साथ था. टुन्नीलाल कोड़ा एक साइलेंट नक्सली था. जिस कारण इसका नाम बहुत कम मामले में दर्ज हुआ है. यह नक्सली संगठन में जोनल सदस्य एवं सेक्शन कमांडर के पद पर तैनात था. जिसकी पहचान कर एसटीएफ ने शव को उसके परिजनों को दी थी. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारे जाने के बाद टुन्नीलाल कोड़ा का शव अज्ञात में पड़ा था. मामले की जानकारी एसटीएफ को मिली और एसटीएफ के टीम के सदस्यों के द्वारा इसकी पहचान टुन्नीलाल कोड़ा के रूप में किया गया. जिसके बाद एसटीएफ से जानकारी मिलने के बाद परिजन द्वारा बोकारो से इसके शव को अपने पैतृक गांव बरमसिया लाया गया तथा उसका अंतिम संस्कार किया गया. बताया जा रहा है कि टुन्नी लाल कोड़ा पर कजरा थाना में दो, पीरीबाजार थाना में एक, लड़ैयाटांड थाना में एक, शामपुर थाना में एक मामला दर्ज है. इस संबंध में एसपी अजय कुमार ने बताया कि लुगु पहाड़ी पर मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों में एक नक्सली की पहचान बरमसिया निवासी टुन्नी लाल कोड़ा के रूप में होने बाद उसके परिजनों को सूचना दी गयी थी. उन्होंने बताया कि टुन्नी लाल कोड़ा पर राज्य सरकार ने दो लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

