बड़हिया. हरियाणा के फरीदाबाद जिले में मंगलवार दोपहर एक अत्यंत दर्दनाक और दुखद घटना सामने आयी, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. लखीसराय के समीपवर्ती जमुई जिले के मंझवे गांव निवासी मनोज महतो (45 वर्ष) ने अपने चार छोटे बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. इस अमानवीय कदम में पांचों की मौके पर ही मौत हो गयी. मृतक मनोज महतो का ससुराल बड़हिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या दो तारतर मुहल्ला में है. बताया जाता है कि मनोज अपनी पत्नी प्रीति कुमारी और चारों बच्चों गोलू, कारू, छोटू और छोटका के साथ हरियाणा के बल्लभगढ़ की सुभाष कॉलोनी में किराये के मकान में रहकर मजदूरी करता था. परिवार आर्थिक तंगी और तनाव में जी रहा था. पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मनोज अपनी पत्नी के चरित्र को लेकर शक करता था. जिससे सुबह दोनों के बीच विवाद हुआ था. विवाद के बाद मनोज ने बच्चों को पार्क घुमाने के लिए बहाना बनाया और घर से बाहर निकला. दोपहर के समय वह दिल्ली की ओर जा रही तेज रफ्तार ट्रेन के सामने कूद गया. ट्रेन की आवाज सुनते ही बच्चे बचने की कोशिश करने लगे, लेकिन मनोज ने उन्हें अपनी बांहों में कसकर पकड़ लिया था. जिससे वे भी ट्रेन की चपेट में आ गये. इस घटना ने आसपास के लोगों को सदमे में डाल दिया. मृतक के ननिहाल बड़हिया में जब घटना की खबर पहुंची तो परिवार वाले बुरी तरह टूट गये. ससुराल वालों ने बताया कि मनोज और प्रीति के बीच अक्सर विवाद हुआ करता था और वह पत्नी के साथ मारपीट भी करता था. जानकारी के अनुसार मनोज परिवार के साथ करीब सात दिन पहले बल्लभगढ़ आया था, जहां मजदूरी करता था. आर्थिक दबाव, पारिवारिक तनाव और मनोज की मानसिक स्थिति को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और इस दुखद घटना की वजहों का पता लगाने में जुटी है. परिजनों के मुताबिक मनोज ने आत्महत्या से पहले बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और चिप्स भी खिलाये थे, ताकि वे खुश रहें. यह बात मनोज की मानसिक स्थिति को समझने में एक बड़ी संवेदनशीलता दर्शाती है. इस दुखद घटना ने समाज में मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक तनाव और गरीबी जैसे मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. लोगों का कहना है कि अगर समय रहते किसी ने ध्यान दिया होता, तो यह परिवार इस कदर टूटता नहीं. हरियाणा पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है. बड़हिया में मृतक के ससुराल में मातमी माहौल है, जहां लोग लगातार अपने अपनों को खोने का गम बर्दाश्त कर रहे हैं. परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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