Bihar News: बिहार रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है. इसी कड़ी में लखीसराय के कजरा में 185 मेगावाट की बड़ी सोलर प्लांट लगाया जा रहा है. जिसमें देश की सबसे बड़ी बैटरी सोलर प्रणाली परियोजना लगाई जा रही है. इस बात कई जानकारी बिहार इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन द्वारा होटल ताज में आयोजित फोरम ऑफ रेग्यूलेटर्स ऑफ ईस्टर्न स्टेट की बैठक में ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने दी.
बिहार में कई सोलर प्रोजेक्ट पर हो रहे काम
पंकज कुमार पाल ने बिहार में बिजली के क्षेत्र में हुई प्रगति की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा को रिन्यूएबल एनर्जी का मुख्य स्रोत बताया है और इसे बढ़ावा देने के लिए राज्य में कई पहल की हैं. जिसके तहत बिहार में फ्लोटिंग सोलर एनर्जी, नहरों के किनारे सोलर प्लांट और रूफ टॉप सोलर प्रोजेक्ट बड़े पैमाने पर लगाए जा रहे हैं. राज्य की बिजली कंपनियां आत्मनिर्भर हो रही हैं. पिछले साल वितरण कंपनियों ने पहली बार मुनाफा कमाया है. यह पूरे देश में एक बेहतरीन उपलब्धि है. बिहार के लोगों को 22-24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली मिल रही है.
बिहार में बेहतर हुई बिजली व्यवस्था
पंकज कुमार पाल ने कहा कि राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए वितरण एवं ट्रांसमिशन व्यवस्था को बेहतर बनाने की योजना बनाई गई. पिछले कुछ वर्षों में ग्रिड उपकरणों की संख्या 45 से बढ़कर 168 हो गई. राज्य में बिजली सबस्टेशनों का विस्तृत नेटवर्क तैयार किया गया. घरों, गलियों और मोहल्लों में ट्रांसफार्मर लगाए गए. खराब ट्रांसफार्मर 24 घंटे के अंदर बदले जाने लगे. उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली आपूर्ति बेहतर होने से राज्य में बिजली की अधिकतम मांग 1000 मेगावाट से बढ़कर 8005 मेगावाट हो गई. इसी तरह प्रति वर्ष ऊर्जा खपत भी 70 यूनिट बढ़कर 363 यूनिट हो गई.
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