सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा के प्रभारी चिकित्सक ने किया पुरस्कृत छोटा-परिवार सुखी परिवार, परिवार नियोजन का यही है सार: डॉ वाईके दिवाकर सूर्यगढ़ा.छोटा परिवार सुखी परिवार, परिवार नियोजन का यही है सार ये कहते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वाईके दिवाकर ने बताया कि परिवार अगर छोटा रहेगा तो हम शिक्षा, आर्थिक एवं सामजिक विकास के पथ पर निरंतर बढ़ते रहेंगे. इसके लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग हमेशा से परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य कर्मी को पुरस्कृत करती रही है. इसी श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा के द्वारा मंगलवार को कुल 23 स्वास्थ्य कर्मी को परिवार नियोजन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पुरस्कार दिया गया. उन्होंने बताया कि सामुदायिक केंद्र में जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक कुल 894 महिला बंध्याकरण के साथ पुरुष नसबंदी किया गया गया है. वहीं अस्थाई साधन अपनाने वाली महिलाओं की संख्या 1158 जिसमें अंतरा, माला के साथ अन्य अस्थाई सुविधाएं हैं. डॉ दिवाकर ने बताया कि परिवार नियोजन का मतलब है बच्चों की संख्या को नियंत्रित करने और दो बच्चों के बीच अंतराल बनाये रखने के लिए अपनाये गये उपायों को परिवार नियोजन के रूप में जाना जाता है. साथ ही लोगों को शादी के कम से कम दो साल बाद पहले बच्चे की योजना बनानी चाहिए एवं दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतराल रखना चाहिए. सामुदायिक केंद्र के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि सभी का सपना होता है कि अपने बच्चे को उचित परवरिश दें. किंतु जब परिवार बड़ा हो जाता है तो ये संभव नहीं हो पाता है. इसीलिए अगर हमें अपने बच्चे को उचित परवरिश एवं अच्छी शिक्षा देना है तो उसके लिए छोटा परिवार जरूरी है. इसके लिए परिवार नियोजन के दोनों साधन अपना सकते हैं. चाहे स्थाई हो या अस्थाई. ये सभी सुविधाएं सभी सरकारी संस्थानों में निःशुल्क उपलब्ध हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

