7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अंग्रेजी शिक्षक समाज शास्त्र व समाज शास्त्र के शिक्षक जांच रहे हिंदी की कॉपी

कैसा होगा बच्चाें का भविष्य अध्यक्ष कौशल किशोर ने डीइओ व केंद्र निदेशक को पांच अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य निष्पादन करने का दिया है निर्देश लखीसराय : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का खेल निराला है. जिला का दो केंद्रों पर चल रहे माध्यमिक परीक्षा 2018 का उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जांच को जल्द पूरा करने […]

कैसा होगा बच्चाें का भविष्य

अध्यक्ष कौशल किशोर ने डीइओ व केंद्र निदेशक को पांच अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य निष्पादन करने का दिया है निर्देश
लखीसराय : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का खेल निराला है. जिला का दो केंद्रों पर चल रहे माध्यमिक परीक्षा 2018 का उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जांच को जल्द पूरा करने के लिये अंग्रेजी शिक्षक से समाज शास्त्र और समाज शास्त्र के शिक्षक से हिंदी की कॉपी का मूल्यांकन कराया जा रहा है. परीक्षा देने वाले बच्चों का क्या भविष्य होगा इसी से अंदाजा लगा सकते हैं. समिति ने जिला के स्कूलों को केआरके उच्च विद्यालय एवं श्रीदुर्गा उच्च विद्यालय को मूल्यांकन केंद्र बनाया है.
केआरके हाई स्कूल में एक लाख आठ हजार तो श्री दुर्गा उच्च विद्यालय में एक लाख पांच हजार कॉपी मूल्यांकन के लिए दिया गया है. विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मूल्यांकन प्रारंभ तिथि से 10 दिन बाद उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए केंद्र को भेजा है, जिस वजह से कॉपी मूल्यांकन कार्य में भी विलंब हो रही है. इधर, इस वजह से न तो नवम वर्ग की वार्षिक परीक्षा हो सकी न बच्चे का पठन पाठन ही सही से हो सका. जब उतरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रारंभ हुआ तो जल्दबाजी में समिति ने अंग्रेजी शिक्षक को समाज शास्त्र और समाज शास्त्र के शिक्षक को हिंदी का परीक्षक बनाकर मूल्यांकन प्रारंभ करा दिया. समिति के अध्यक्ष कौशल किशोर ने विडियो कांफ्रेंस में डीइओ और केंद्र निर्देशक को स्पष्ट आदेश दिया कि हरहाल में पांच अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य निष्पादन करे. ऐसे स्थिति में कैसा मूल्यांकन होगा इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि गाय का सिंग बैल में बैल का सिंग गाय में फिर कहावत चिरतार्थ हो जायेगी.
बोले डीइओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी सुनयना कुमारी ने बताया कि जब समिति ने ही अंग्रेजी शिक्षक को समाज शास्त्र और समाज शास्त्र शिक्षक को हिंदी परीक्षक बना दिया है तो उसको चाहकर भी बदल नहीं सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें