Bihar Crime News: लॉटरी में लाखों रुपये मिलने का झांसा देकर महिलाओं से अश्लील फोटो मंगवाने और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने वाले गिरोह का पूर्णिया पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. इस मामले में गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही अपराधियों के मोबाइल से कई महिलाओं के दर्जनों अश्लील फोटो एवं वीडियो बरामद की है.
अश्लील फोटो एवं वीडियो मंगवाकर करता था ब्लैकमेल
गिरफ्तार किये गये अपराधियों में भागलपुर जिले के ताड़र का रघुवंशी एवं पिंटू दास शामिल है. प्रेस वार्ता में सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को लगातार शिकायत मिल रही थी कि कुछ संगठित गिरोह बनाकर महिलाओं का अश्लील फोटो एवं वीडियो अपने मोबाइल पर मंगवा कर महिलाओं के साथ ब्लैकमेल किया जा रहा है.
गिरफ्तारी के बाद मोबाइल से मिले सबूत
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद के द्वारा उनके नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया. गठित टीम द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान एवं साक्ष्य सकलन के आधार पर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्तों के मोबाइल से पीड़ित महिला के साथ-साथ कई अन्य महिला के अश्लील फोटो एवं वीडियो बरामद किया गया है.
लॉटरी के नाम पर महिलाओं को फंसाता था गिरोह
एसडीपीओ ने बताया कि ब्लैकमेल की शिकार हुई ज्यादातर पीड़ित महिलायें मुफ्फसिल थाना क्षेत्र की हैं. इनके द्वारा शिकायत की गयी थी कि उन लोगों को फोन कर कहा जाता था कि उसे लाखों रुपये की लॉटरी मिली है. इसके लिए वह अपने फोटो मोबाइल पर भेजें. मोबाइल से जो फोटो महिलायें द्वारा भेजी जाती थी, उसे पसंद नहीं आने की बात कह अधिक पैसे मिलने का प्रलोभन देकर अश्लील फोटो की मांग करने लगा.
अश्लील वीडियो बनाकर भी भेजती थी महिलाएं
महिलायें उसके झांसे में आकर ऐसा करने लगी. इतना ही नहीं, कुछ ने तो झांसे में आकर अपना अश्लील वीडियो बनाकर भी भेज दिया. इसके बाद अपराधी द्वारा लॉटरी के रुपये देना तो दूर की बात, असली फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर उल्टे पीड़िता को ही ब्लैकमेल कर रुपये की मांग करने लगा. अपराधियों ने कुछ पीड़िता से अपने बैंक खाते में रुपये मंगवा भी लिये.
एसडीपीओ की अपील
एसडीपीओ ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने महिलाओं को झांसा देकर यह कहता था कि जितना अधिक अश्लील और नग्न फोटो भेजा जायेगा, उतना अधिक रुपये मिलेगा. यह सिलसिला करीब सात से आठ महीने से जारी था. इस घटना के बाद उन्होंने आम लोगों से अपील की कि यह एक नये तरह का साइबर अपराध है. इस वजह से सजग रहते हुए महिलाएं अपने व्यक्तिगत फोटो या वीडियो किसी अन्य से साझा नहीं करें.