ठाकुरगंज. नेपाल सीमा से सटे ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन क्षेत्र में जीआरपी पुलिस के सामने यदि कोई चोर या बदमाश किसी वारदात को अंजाम देकर भाग जाए तो यात्रियों की रक्षा सुरक्षा के लिए तैनात जीआरपी वाले मुंह ताकते रह जाएंगे. क्योकि आधुनिक युग में भी पुलिस पुराने तरीकों से काम चला रही है. क्योकि नेपाल सीमा से सटे ठाकुरगंज जैसे संवेदनशील क्षेत्र रेलवे स्टेशन पर मौजूद जीआरपी का अमला पैदल चलकर ही अपने दायित्व का निर्वहन कर रही है. एक और सिविल जिले के पास अनेक वाहन उपलब्ध हैं. लेकिन रेलवे स्टेशन की पुलिस के पास दो पहिया वाहन तक नहीं है. इससे जनता की सुरक्षा का दावा खोखला सा साबित हो रहा है. वैसे तो सरकार ने पुलिस व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन का दावा किया है लेकिन ठाकुरगंज जीआरपी में उल्टा असर हुआ है. सुविधा तो पहले से ही नहीं थी अब कार्य क्षेत्र भी पहले से चार गुना बढ़ा दिया गया है लेकिन सुविधा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है. हालात यह है की लगभग दस कर्मचारियों का स्टाफ पैदल घूमकर ही अपने काम की इतिश्री कर ड्यूटी के नाम पर टाइम पास कर रहा है.
130 किमी में फैला है कार्यक्षेत्र
सीमा के अलुआबाड़ी आउटर के साथ मांगुरजान स्टेशन तक था जो लगभग 30 किमी का क्षेत्र था लेकिन अररिया गलगलिया नई रेल लाइन के आस्तित्व में आने के बाद ठाकुरगंज जीआरपी का कार्यक्षेत्र 100 किमी बढाकर कालियागंज आउटर तक कर दिया गया है.ठाकुरगंज से कालियागंज आउटर तक करनी है ड्यूटी
अररिया गलगलिया नई रेल लाइन के अस्तित्व में आने के बाद कटिहार रेलवे पुलिस अधीक्षक के द्वारा पत्रांक 556 दिनांक 19 सितंबर को जारी पत्र के अनुसार अररिया कोर्ट एवं ठाकुरगंज रेल थाना के बीच नवनिर्मित रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है. इस नवनिर्मित रेल लाईन पर थाना का सृजन नहीं हुआ है. रेल थाना सृजन होने तक की अवधि में इस नए रेलमार्ग पर प्रतिवेदित होने वाले मामलों की जिम्मेदारी रेलमार्ग को विभाजित करते हुए अररिया कोर्ट जंक्शन के 0.000 किमी से कलियागंज रेलवे स्टेशन तक, पूर्णिया रेल थाना को एवं कलियागंज स्टेशन के बाद (आउटर सिग्नल) से ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन के किमी संख्या106.58 तक जिम्मेदारी रेल थाना ठाकुरगंज को दिया गया है.
सुबह मिली लाश शाम को पहुंचे थाना प्रभारी
क्षेत्र तो बढ़ा दिया गया लेकिन सुविधा में कोई बढ़ोतरी नहीं होने के कारण पिछले दिनों टेढ़ागाछ स्टेशन के पास एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना ठाकुरगंज जीआरपी को सुबह दी गई लेकिन सुविधा के अभाव में जीआरपी थाना प्रभारी ठाकुरगंज दोपहर 3 बजे घटनास्थल पर पहुचें. हालांकि लाश किसी अज्ञात व्यक्ति की थी लेकिन यदि कोई बड़ी घटना हो जाए तो कानून व्यवस्था के रूप में जिम्मेदारी निभाने वाले ठाकुरगंज जीआरपी थानाध्यक्ष ठाकुरगंज से टेढ़ागाछ कितने देर में पहुंचेगे यह सवाल तो उठता है.
पुलिस अधीक्षक रेलवे ने जारी किया आदेश
बताते चलें कि पुलिस उपाधीक्षक-1 रेलवे कटिहार के कार्यालय ज्ञापांक -906 / 25 के आधार पर पुलिस अधीक्षक कटिहार रेल ने ज्ञापांक 35. दिनांक 19 सितंबर को इस संबंध में आदेश जारी कर अररिया – ठाकुरगंज नए रेल खंड की जिम्मेवारी पूर्णिया जीआरपी और ठाकुरगंज जीआरपी के बीच बांट दिया है. जिसके अनुसार अररिया कोर्ट जंक्शन के 0.000 किमी से कलियागंज रेलवे स्टेशन तक पूर्णिया रेल थाना को एवं कलियागंज स्टेशनके बाद (आउटर सिंग्नल) से ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन के किमी संख्या-106.58 तक जिम्मेवारी रेल थाना ठाकुरगंज को दिया जा गया है.
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