किशनगंज. बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 के सफल, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष आयोजन हेतु भारत-नेपाल सीमा के संबंध में जिला पदाधिकारी विशाल राज व पुलिस अधीक्षक सागर कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में सीमावर्ती जिला समन्वय समिति की बैठक एनआईसी कक्ष में आयोजित की गयी. बैठक में नेपाल की सीमा से सटे जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारीगण भी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए. बैठक में सीमा प्रबंधन एवं चुनाव से जुड़े विविध बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई. जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा कि चुनाव को शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारीगण समन्वय स्थापित कर कार्य करें. संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी. घटना की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. दोनों देशों के प्रशासन के बीच सम्पर्क व समन्वय की व्यवस्था सतत सक्रिय रखी जाएगी. ताकि किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीमा क्षेत्रों में किसी भी प्रकार का अवैध अतिक्रमण है, तो इसे शीघ्र हटाया जाएगा. पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि किशनगंज जिला की भारत-नेपाल सीमा लगभग 110 किलोमीटर लंबी है, जो नेपाल के झापा व मोरांग जिले से सटी है. यहां सीमा खुली होने के कारण अपराधियों के आवागमन आसान रहता है. उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण में नेपाल प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा है. दोनों देशों की पुलिस ने तस्करी, गिरफ्तारी व अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लगातार मिलकर कार्य किया है. बताया कि शराब व ड्रग्स की तस्करी चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला बड़ा कारक है. जिस पर कठोर निगरानी की आवश्यकता है. उन्होंने नेपाल प्रशासन से अनुरोध किया कि सीमा से लगे क्षेत्रों में अवैध शराब भट्टियों पर कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए. तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों की सूची का आपसी आदान-प्रदान कर उसे स्थानीय थाना स्तर पर साझा करने का निर्णय लिया गया. मानव तस्करी व फर्जी दस्तावेज बनाने की घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की गयी. हाल में सीमा क्षेत्र में फर्जी आधार कार्ड तैयार करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. इस संबंध में दस्तावेजी जांच की सतर्कता बढ़ाई जाएगी. नेपाल प्रशासन के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि आगामी चुनाव में सीमा प्रबंधन और शांति व्यवस्था हेतु हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शराब और ड्रग्स की तस्करी पर विशेष निगरानी की जाएगी. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना त्वरित रूप से साझा की जाएगी. बैठक में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन, सीमावर्ती थानों की पहचान, मतदान अवधि में सीमा सील करने एवं सामान्य समय में निर्धारित दस्तावेज के आधार पर आवागमन की प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई. अंत में दोनों देशों के अधिकारियों ने आपसी समन्वय को और सुदृढ़ बनाने तथा शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की. बैठक में डीडीसी स्पर्श गुप्ता, एडीएम मरेन्द्र कुमार पंकज, अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार, 12वीं एसएसबी के बटालियन तथा वीसी के माध्यम से 19वीं व 40वीं एसएसबी के बटालियन जुड़े थे. नेपाल से सटे जिला के जिला पदाधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े थे. इन विषयों पर सहमति बनी -मतदान समाप्ति से कम से कम 72 घंटे पूर्व सीमा को पूर्णतः सील करना. -सीमा क्षेत्र में वाहनों की जांच और निगरानी बढ़ाना. -सीमा के दोनों ओर अवैध हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक, शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी पर सख्ती से रोक लगाना. -मतदान समाप्ति से 48 घंटे पूर्व सीमावर्ती क्षेत्रों में शराब की सभी दुकानों को बंद करना. -संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती करना. -सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी और दस्तावेजी धोखाधड़ी (जैसे फर्जी आधार या वोटर आईडी) की रोकथाम के लिए विशेष सतर्कता बरतना. -कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच खुफिया सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान करना. -किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में त्वरित समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करना.
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