किशनगंज.
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गुरुवार को किशनगंज जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर व्यापक स्तर पर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई. सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जानकारी दी कि जांच के दौरान महिलाओं का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, एचआईवी और मलेरिया की जांच की गई. साथ ही गर्भवती और धात्री महिलाओं को पौष्टिक आहार जैसे हरी सब्जियां, ताजे फल, आयरन की गोली आदि के नियमित सेवन के लिए जागरूक किया गया. डॉ चौधरी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं और उनके अभिभावकों को प्रसव से जुड़े जोखिमों के बारे में समय रहते जानकारी होना आवश्यक है. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान इसी उद्देश्य की पूर्ति करता है ताकि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने बताया कि शिविर में सदर अस्पताल में 47 से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच हुई, जिनमें दो को ‘हाई रिस्क प्रेग्नेंसी’ श्रेणी में चिह्नित की गयी. ऐसे मामलों की समय पर पहचान मां और शिशु की जान बचाने में निर्णायक होती है.उन्होंने बताया कि जांच के साथ-साथ महिलाओं को संतुलित आहार, विटामिन, व्यायाम और तनाव प्रबंधन से जुड़े परामर्श भी दिए गए. जटिल मामलों में अलग से श्रेणीबद्ध करके विशेष निगरानी की जा रही है. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने कहा कि सदर अस्पताल में 20 महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण की स्थिति, प्लेसेंटा की जगह और अन्य जटिलताओं का आंकलन किया गया. अल्ट्रासाउंड से प्राप्त जानकारी सुरक्षित प्रसव की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.हर महिला तक पहुंचे यह योजना– जिलाधिकारी विशाल राज
जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान केवल एक जांच कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह मातृत्व के स्वास्थ्य अधिकारों की पूर्ति का माध्यम है. हमें यह सुनिश्चित करना है कि अंतिम पंक्ति की महिला तक यह सेवा पहुंचे. यह अभियान सामूहिक जिम्मेदारी, संवेदनशीलता और जागरूकता का प्रतीक है, उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह योजना न केवल मातृत्व के प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना पैदा करती है, बल्कि मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दरको कम करने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है.
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