कोचाधामन. अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रशाखा कोचाधामन की ओर से प्रखंड के हिम्मतनगर पंचायत के मैदानपुर में गायत्री यज्ञ सह संस्कार महोत्सव का आयोजन किया गया. इस दौरान युग संगीत अगर हम नहीं देश के काम आए, धारा क्या रहेगी गगन क्या कहेगा, प्रज्ञा संगीत घर-घर अलख जगाएंगे जैसे भजन संगीत से वातावरण भक्तिमय बना रहा. इस अवसर पर गायत्री परिवार के वरीय प्रज्ञा पुत्र राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक श्यामानंद झा ने कहा कि यह समय संपूर्ण परिवर्तन का है. जब-जब धरती पर परिवर्तन का समय आया है उथल-पुथल हुआ है, क्योंकि नई इमारत का निर्माण से पूर्व खंडहर ढाए जाते हैं. आज संयम बरतने की आवश्यकता है. आध्यात्मिक ऊर्जा जगाने की आवश्यकता है. इसके लिए घर-घर यज्ञ एवं संस्कार की परंपरा शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा चलाए जाने का आह्वान किया गया है जिसे संपूर्ण रूप से संकल्प के रूप में पूरा करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि साल 2026 तक अनवरत युद्ध स्तर पर इस अभियान को कार्यान्वित करने की जरूरत है. जीवन साधना उपासना से एवं वातावरण परिशोधन यज्ञ से ही संभव है. आर्थिक बल नैतिक बल आत्म बल सैन्य बल संगठनात्मक बल ब्रह्म बल इत्यादि एक साथ वातावरण से मिलने पर धर्म की रक्षा अधर्म का नाश स्वस्थ्य शरीर सभ्य समाज स्वच्छ मन एवं समर्थ सशक्त राष्ट्र की स्थापना संभव है. श्यामानंद झा ने कहा कि वर्तमान समय जागने और जगाने का है, क्योंकि मानवता पर घोर अंधकार छाया हुआ है इसे प्रकाश में बदलने के लिए अपना-समय श्रम धन विचार का अच्छे कार्यों में नियोजित करना है ताकि स्वयं का समाज का राष्ट्र का और विश्व का कल्याण सुनिश्चित हो सके. कार्यक्रम की सफलता हेतु प्रज्ञा पीठ के संचालक ब्रह्मदेव यादव, सुनील कुमार यादव, हरिश्चंद्र सिंह, मुकेश यादव, चौधरी यादव, सुलेखा देवी, राधा देवी,अंजू झा, बबीता देवी, दीपा यादव, भागो देवी, रघुनाथ सिंह, बाबूलाल सिंह, फागू लाल सिंह, नूतन देवी, रजनी देवी, मुन्नी देवी, सुनीता देवी, किरण कुमारी आदि ने सराहनीय भूमिका निभाई.
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