किशनगंज.किशनगंज महाकाल सेवा समिति के द्वारा महाकाल धाम जोड़ा पहाड़ भूटान में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में लगाये गए तीन दिवसीय शिविर में जिले के लोग तीन दिनों तक श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं. इस कमिटी में शामिल लोग अपने व्यस्तम समय से समय निकाल कर परिवार के साथ श्रद्धालुओं की सेवा करते है. शिविर 25 फरवरी से 27 फरवरी तक लगातार 72 घंटे संचालित है जिसमे तीन दिनों से लगातार भंडारा की व्यवस्था की गई है. यह शिविर बिहार से लगने वाला एक मात्र शिविर है. महाकाल श्रद्धालुओं के लिए विश्राम एवं भोजन के साथ साथ ठहरने व दवाईयों की भी व्यवस्था की गई है. सबसे खास बात यह है कि यहां कई ऐसे व्यक्ति शिविर में लोगों को सेवा दे रहे हैं जो किशनगंज में किसी न किसी व्यवसाय व नौकरी से जुड़े हैं. जिन्हें अन्य दिनों में एक पल की भी फुर्सत नहीं होती है. कोई हाथों में करछुल लेकर भोजन पड़ोस रहा है, कोई मेडिकल कैम्प में श्रद्धालुओं के उपचार में लगा हुआ है, कोई चाय वितरित कर रहा है तो कोई जल. कमिटी के सचिव चंचल मुखर्जी ने कहा कि मानव सेवा ही सच्ची सेवा है. उन्होंने कहा कि अलीपुरद्वार भूटान के पास स्थित महाकाल धाम अपने आप मे काफी महत्वपूर्ण व अदभुत है. यहां महाकाल सेवा समिति द्वारा लगाए गए शिविर में किशनगंज से आकर सच्चे मन से अपनी सेवा दे रहे हैं. और तो और किशनगंज जिले की कई महिलाएं भी श्रद्धालुओं की सेवा कर रही है. महिलाओं ने कहा कि जब मेरे पति जिले से चार सौ किलोमीटर की दूरी से आकर सेवा दे रहे हैं तो हम भी समय क्यों नहीं निकाल सकते है. अध्यक्ष भजन चन्द्र पाल ने कहा कि सबों के सहयोग से हर वर्ष शिविर लगाया जाता है. शिविर में किशनगंज के अलावे कोई दरभंगा से, कोई मुजफ्फरपुर, छपड़ा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मोतिहारी, सिलीगुड़ी, इस्लामपुर सहित अलग अलग स्थानों से लोग पहुंचते है. भव्य आयोजन में समिति के अध्यक्ष भजन पाल,सचिव चंचल मुखर्जी, संयुक्त सचि सुजीत सिंह राणा, कोषाध्यक्ष विश्वजीत कर्मकार, नीलेश सिन्हा, सुरेन्द्र पासवान,सुजय दास,सुजीत दास सोनू, निर्भय साहा, मुकेश साहा डॉक्टर शंकर साह, प्रदीप गुप्ता आदि जुटे हुए थे.
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