ठाकुरगंज शादी समारोहों के दौरान देर रात तक बजने वाला तेज आवाज वाला डीजे आम लोगों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. खासकर मरीज और धर्मशालाओ के पास रहने वाले स्थानीय लोग इससे बेहद परेशान है. बताते चले कि नियमों के अनुसार रात 10 बजे के बाद डीजे बजाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है लेकिन ठाकुरगंज के कई वैडिंग प्वाइंट्स पर रात 12 बजे तक धड़ल्ले से डीजे बजाया जा रहा है. स्थानीय निवासी परमजीत चोधरी, ओम प्रकाश झंवर, अमरजीत चोधरी ने बताया कि हर वैडिंग प्वाइंट्स में नियमों की जानकारी बोर्ड पर चस्पा की जाए. गौरतलब है कि सामान्य 55 डेसिबल से अधिक करीब 85 डेसिबल तक ध्वनि प्रदूषण का स्तर रहता है. वहीं डीजे का साउंड 150 डेसिबल से भी अधिक होता है. डीजे के समीप 15 से 20 मिनट और 100 डेसिबल ध्वनि के समीप डेढ़ घंटे से अधिक समय रहने पर कान की आवाज प्रभावित हो सकती है. वही इस मामले में डॉक्टर ए के झा का कहना है कि तेज आवाज का डीजे कानों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. इससे झनझनाहट, लगातार सायं-सायं की आवाज और कान की नसों को भी नुकसान हो सकता है. इस मामले में ठाकुरगंज थानाध्यक्ष मकसूद अहमद अशरफी का कहना है कि कोई व्यक्ति रात 10 बजे के बाद डीजे बजाता है, तो जनता को तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर सूचना देनी चाहिए. पुलिस मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करेगी. साथ ही जल्द ही डीजे और धर्मशाला की बैठक भी बुलाई जाएगी जिसमें नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएंगे.
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