रविवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि आरोपी युवक सहरोज आलम पिता अब्दुल करीम साकिन काशी टोला पिछला निवासी ने पीड़िता नुरसदी बेगम पिता गुलाम रब्बानी बस्ताडांगी पतलवा निवासी से मोबइल के माध्यम से जान पहचान बढ़ायी फिर प्रेम का झूठा स्वांग रच कर और शादी कर लेने का झांसा देकर उसे गत बुधवार को परलाबाड़ी गांव बुलाया जहां सहरोज अपनी तीन अन्य साथियों के साथ उसका इंतजार कर रहा था.
नूरसदी को अकेली देखते ही चारों युवक उसे जबरन पड़ोस के मक्का के खेत ले गये और बारी-बारी से अपना मुंह काला करने के बाद साक्ष्य मिटाने की नीयत से चाकू से गोद डाला. वह उसे मृत समक्ष कर घटना स्थल से फरार हो गये. परंतु जाको राखे साइयां मार सके न कोय की तर्ज पर पीड़िता जिंदा बच गयी. श्री रंजन ने बताया कि आपराधिक प्रवृति के सहरोज ने पीड़िता को अपना गलत परिचय दिया था.
नतीजतन तीन चार दिनों तक पुलिस अंधेरे में ही लकीर पीटती रही. परंतु वैज्ञानिक अनुसंधान के द्वारा पुलिस ने सहरोज को ढूंढ निकाला. उन्होंने बताया कि सहरोज के अन्य तीन साथियों की तलाश में पुलिस लगी हुई है. तथा बहुत जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलवाये जाने का प्रयास किया जायेगा. वहीं इस दौरान हाल के दिनों में बढ़ी आपराधिक घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए श्री रंजन ने जिला वासियों से ऐसी घटनाओं पर विराम लगाने में सहयोग की अपील की. मौके पर थानाध्यक्ष आफताब अहमद भी मौजूद थे.