ठाकुरगंज : बिहार के सरकारी स्कूल के बच्चे अब कचरा उत्सव मनायेंगे. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने डीपीओ (प्रारंभिक शिक्षा) को इस संबंध में पत्र भेजा है. डीपीओ को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि स्वच्छ विद्यालय-स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत बच्चों को स्वच्छता एवं साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
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स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत स्कूल के बच्चे मनायेंगे कचरा उत्सव
ठाकुरगंज : बिहार के सरकारी स्कूल के बच्चे अब कचरा उत्सव मनायेंगे. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने डीपीओ (प्रारंभिक शिक्षा) को इस संबंध में पत्र भेजा है. डीपीओ को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि स्वच्छ विद्यालय-स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत बच्चों को […]
इसी कार्यक्रम से संबंधित कचरा प्रबंधन के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाना आवश्यक है. बताते चलें भारत सरकार के आदेशानुसार अब राज्य के सभी स्कूलों में कचरा उत्सव मनाया जाना है. शिक्षा विभाग ने कहा है कि गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर कचरा उत्सव मनाया जाये. सरकार ने 1 जुलाई से लेकर 7 जुलाई के बीच कचरा उत्सव मनाने के लिए तारीख मुकर्रर की है.
वेस्ट टू वेल्थ को प्रेरित करने का उद्देश्य
कूड़े में खजाना छिपा है. यह अलग बात है कि खजाने में रखे इस धन को निकालने में हम काफी पीछे हैं. इलाके में निकलने वाले कचरे का निबटारा कैसे हो इसकी मुकम्मल नीति नहीं है. ऐसे में वेस्ट टू वेल्थ को प्रेरित करने के लिए जिले के सभी विद्यालय में कचरा उत्सव मनाया जायेगा.
एक जुलाई से शुरू होगा उत्सव
कचरा उत्सव स्कूलों में एक जुलाई से 5 जुलाई तक आयोजित होगी. सफाई की अहमियत और उसके फायदे के लिए स्कूलों में ही बच्चों को शिक्षा दी जायेगी. कचरा उत्सव में स्कूली बच्चों को सूखा और गीला कचरा के रिसाइकल और रीयूज करने के तरीके बताये जाएंगे. इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक संजय सिंह ने जिले के कार्यक्रम पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये हैं.
स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ भारत कार्यक्रम का किया जायेगा आयोजन : गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही कचरा उत्सव मनाया जायेगा. इसके तहत स्कूलों में स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ भारत नाम का कार्यक्रम चलाया जायेगा.
इस कचरा उत्सव में छात्र छात्राओं को कचरा प्रबंधन और सफाई से जुड़ी जानकारियां दी जायेगी. उत्सव में सूखा और गीला कचरा की पहचान और उन्हें अलग-अलग रखने की विधि की जानकारी दी जायेगी. स्कूल के परिसर के आसपास के समुदाय में रहने वाले लोगों को कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक किया जायेगा.
छात्रों को संसाधन विकसित करने की दी जायेगी जानकारी : कचरा उत्सव के दौरान सूखा एवं गीला कचरा के पूणर्चक्रण एवं पुनः व्यवहार के संबंध में छात्र छात्राओं को जानकारी देना है और इनसे उपयोगी संसाधनों को विकसित करने की जानकारी दी जानी है, ताकि छात्राओं के उपयोग संसाधनों के बारे में जानकारी दी जा सके. इससे छात्रों का उत्साह भी बढ़ेगा.
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