89.38 लाख रुपये की लागत से पोखर का किया गया उड़ाहीकरण
खगड़िया. बैसी जलकर योजना विकास का प्रतीक बन गया है. ग्रामीणों को आर्थिक लाभ मिलने लगा है. बतया जाता है कि बैसी जलकर की प्रशासनिक स्वीकृति वर्ष 2019-20 में मिली थी. बैसी जलकर का शिलान्यास बीते 4 जनवरी 2020 को मुख्यमंत्री बिहार द्वारा किया गया था. बताया जाता है कि तकनीकी कारणों से निविदा प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हो सकी. इसके कारण प्रारंभ में योजना अटकी रही. बाद में अंचलाधिकारी बेलदौर द्वारा 16 एकड़ भूमि की पुष्टि के बाद योजना का नया प्राक्कलन तैयार किया गया. बीते 8 अगस्त 2023 को प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी.89.38 लाख रुपये की लागत से पोखर का किया गया उड़ाहीकरण
करीब 89.38 लाख रुपये की लागत से योजना के अंतर्गत पोखर की उड़ाहीकरण, दो इनलेट का निर्माण किया गया. योजना के क्रियान्वयन के दौरान उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया गया. जिसकी रिपोर्ट व फोटोग्राफ विभागीय पोर्टल पर उपलब्ध है. स्थल पर सूचना बोर्ड भी लगाया गया है. पोखर में 4-5 फीट पानी है. स्थानीय मत्स्य समिति द्वारा सक्रिय रूप से मत्स्य पालन किया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों को आर्थिक लाभ मिलने लगा. यह योजना अब क्षेत्रीय विकास और जल संसाधन प्रबंधन का एक सफल उदाहरण बनकर उभर रही है.
कहते हैं पदाधिकारी
बेलदौर का बैसी जलकर योजना विकास का प्रतीक है. जलकर से ग्रामीणों को आर्थिक लाभ हो रहा है. 16 एकड़ भूमि मिलने के बाद योजना का नया प्राक्कलन तैयार किया गया. बीते आठ अगस्त 2023 को प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी.कौशिकी कुमारी, डीपीआरओ, खगड़िया
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