महेशखूंट. महाराणा प्रताप की जयंती बड़े ही धूमधाम से शुक्रवार को मनायी गयी. राजपूत एकता जागृति मंच के जिलाध्यक्ष डॉ. कुंदन कुमार के नेतृत्व में जयंती समारोह आयोजन किया गया. मंच के सदस्यों ने सम्राट महाराणा प्रताप के तस्वीर पर पुष्पमाला अर्पित कर नमन किया. जयंती समारोह में भाग ले रहे जदयू नेता अशोक कुमार सिंह ने महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराणा प्रताप रियासी जिंदगी को छोड़कर उन्होंने 12 वर्षो तक जंगल में रह कर घास की रोटी, कंदमूल, फल खाकर मुगलों से युद्ध किया. समझौता नहीं किया. जिंदगी के आखिरी पल तक सनातन धर्म की रक्षा करते रहे. वहीं विनय कुमार सिंह, रामानंद सिंह, कौशल सिंह, कन्हैया सिंह, ज्वाला सिंह, शंभू सिंह, धनंजय सिंह, मनजीत सिंह, दीपक सिंह, मनोज सिंह, सुभाष सिंह, योगेंद्र सिंह सहित राजपूत जागृति मंच के सदस्यों ने कहा कि क्षत्रिय समाज के लोगों ने अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 9 मई को महाराणा प्रताप की जयंती मनाते हैं. मेवाड़ के 13वें राजा महाराणा प्रताप का जन्म 1540 ईस्वी में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था.
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