खगड़िया : जिले के नियोजित शिक्षकों के वेतन निर्धारण में भी बिचौलिये हावी हैं. नियोजित शिक्षकों के वेतन निर्धारण व सेवा पुस्तिका बनाने के नाम पर प्रति शिक्षक एक हजार से 15 सौ रुपये वसूले जा रहे हैं.
कुछ शिक्षकों की बात छोड़ दें, तो जिले के अधिसंख्य नियोजित शिक्षक सेवा पुस्तिका बनाने के लिए बिचौलियाें के माध्यम से राशि का भुगतान कर रहे हैं. हालांकि अधिकारी का शिक्षकों से सामना नहीं हो रहा है. पर, वेतन व सेवा पुस्तिका निर्धारण के नाम पर वसूली जारी है. जिले में लगभग 4500 नियोजित शिक्षक हैं. लगभग चार हजार शिक्षकों द्वारा राशि जमा की जा रही है.
अब सवाल उठता है कि राशि की उगाही करने वाले कौन हैं. यह तो राशि देने वाले शिक्षक ही जान रहे हैं. लेकिन इस ओर अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. कहते हैं डीइओ डीइओ डॉ ब्रज किशोर सिंह ने बताया कि इस तरह की शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
कार्य में तेजी लाने के लिए प्रखंड वार कार्यक्रम पदाधिकारियों को अधिकृत किया गया है. पांच नवंबर की शाम तक सभी पदाधिकारी वेतन निर्धारण अभिलेख जमा करेंगे. डीपीओ संजीव कुमार को मानसी एवं अलौली का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.
एमडीएम के प्रभारी चंद्र शेखर शर्मा को गोगरी एवं चौथम, लेखा एवं योजना के चन्द्रमोहन मिश्र को खगड़िया, एसएसए के डीपीओ अनिल कुमार सिंह को बेलदौर तथा आरएमए के डीपीओ विमलेश चौधरी को परबत्ता का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.