– मन्नतें पूरी होने की आस्था से उमड़ी भीड़ हजारों श्रद्धालुओं ने चादरपोशी कर मांगी दुआ – रातभर गूंजती रही सूफियाना कव्वाली बारसोई नगर पंचायत बारसोई के मौलानापुर स्थित हजरत नाज़िर शाह बाबा के मजार पर गुरुवार को आस्था व अकीदत का सैलाब उमड़ पड़ा. वर्ष 2025 का दो दिवसीय उर्स-ए-मुबारक बुधवार की देर शाम मुख्य पार्षद प्रतिनिधि रिंकू सिंह, उपमुख्य पार्षद प्रमोद कुमार साह, राजद नेता दिलीप राय, उर्स कमेटी के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर प्रारंभ किया. हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल माने जाने वाले इस पवित्र स्थल पर हर वर्ष की भांति इस साल भी हजारों श्रद्धालु दूर-दराज से पहुंचे. मान्यता है कि हजरत नाजिर शाह बाबा की दरगाह पर सच्चे मन से दुआ मांगने वालों की मुरादें जरूर पूरी होती हैं. बुधवार की रात आयोजित सूफियाना कव्वाली में कव्वालों की सुरमयी कलामों ने पूरे माहौल को रूहानी बना दिया. देर रात तक कव्वाली प्रेमियों की भारी भीड़ स्थल पर जमी रही. उर्स के दौरान अकीदतमंदों ने बाबा के मजार पर चादरपोशी की. फातिहा खानी की और अपनी-अपनी मन्नतें मांगी. उर्स कमेटी के अध्यक्ष असद आलम, सचिव मीर मुनीम, सदस्यों में मेराज खालिक, डॉ असगर आजम, मुन्तखब आलम, दारा ने बताया कि उर्स के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां बाबा की दरगाह से कोई खाली हाथ नहीं जाता. हर आने वाला अपनी मुराद लेकर लौटता है. गुरुवार को उर्स के दूसरे दिन मजार परिसर में जनसैलाब उमड़ पड़ा. उर्स कमेटी की ओर से हजारों श्रद्धालुओं के लिए तबर्रूक (लंगर) की विस्तृत व्यवस्था की गई थी. जिससे पूरे माहौल में एकता, भाईचारे और खिदमत की सुगंध महसूस की गयी. मौलानापुर का यह उर्स न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है. बल्कि सामाजिक सद्भाव व गंगा-जमुनी संस्कृति का भी प्रतीक बन चुका है.
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