बरारी प्रखंड के गुरूद्वारा भंडारतल में खालसा युवा दल के सौजन्य व प्रबंधक कमेटी स्त्री सतसंग सर्व साध संगतों के सहयोग से बुधवार को शहीदी सप्ताह तीन दिवसीय गुरुपर्व पर श्रीगुरुग्रंथ साहिब महाराज की अखंड पाठ की समाप्त हुआ. भव्य पंडाल में दीवान सजाया गया. राजी जत्था रविन्दर पाल सिंह व परमजीत सिंह ने शब्द गायन कर व्याख्यान कर बताया कि चार साहिबज़ादों अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह, फतेह सिंह की शहादत दिसंबर 1704 में हुई थी. बड़े साहिबज़ादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह चमकौर के युद्ध में 22 दिसंबर 1704 को शहीद हुए. जबकि छोटे साहिबज़ादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को 27 दिसंबर 1704 को सरहिंद में दीवार में चुनवाकर शहीद किया. संगतों की आंखे नम थी. संगत साहिबजादे की कथा का श्रवण कर नम हो रही थी. सुखविंदर कौर, गुरप्रीत कौर का महिला जत्था ने गुरुवाणी में चार साहिबजादे के वृतांत का बखान कर संगतों को निहाल किया. देर संध्या गुरुग्रंथ साहिब के समक्ष हेडग्रंथी जिलोक सिंह मानव कल्याण अरदास कर गुरु का कढ़ाह प्रसाद व लंगर बरताया. कार्यक्रम को सफल बनाने में खालसा युवा दल ट्रष्ट गुरुद्वारा भण्डारतल सतविंदर सिंह, टीटूपाल सिंह, रणवीर सिंह, गुरुवीर सिंह, हरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, जगविंदर सिंह, सन्नी सिंह, तजेन्दर पाल सिंह, प्रधान अमरजीत सिंह, सचिव जसवीर सिंह, कमल सिंह, बीमल सिंह, अकवाल सिंह, पूर्व प्रमुख नीलम कोर, गुड्डी कौर, पूनम कोर, अन्नु कौर, नीलम कौर, काजल कौर, चांदनी कौर, करिश्मा कौर, जसप्रीत कौर, पायल कौर, प्रधान त्रिलोक सिंह, कमल सिंह, अवध किशोर सिंह, डब्बू सिंह, धनवीर सिंह आदि मौजूद रहे.
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