कटिहार. शहर में जाम की समस्या अब लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी है. हालात यह हो गये हैं कि शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता हो, जब लोग घर से निकलें व सड़कों पर घंटों फंसकर न रह जायें. कटिहार की लगभग हर मुख्य सड़क वाहनों की भारी संख्या और अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था के कारण जाम की चपेट में रहती है. शहर का न्यू मार्केट रोड, एमजी रोड, गर्ल्स स्कूल रोड, सदर अस्पताल रोड, शिव मंदिर चौक, विनोदपुर रोड या शहर का कोई भी रास्ता चुन लीजिए, जहां जाम हमेशा मुंह बायें खड़ा मिल जाता है.
अतिक्रमण के कारण संकरी हो जाती है सड़क, बढ़ती है परेशानी
शहर का सबसे व्यस्त न्यू मार्केट रोड सुबह से लेकर 11 बजे तक जाम से पूरी तरह जकड़ा रहता है. दुकानों के सड़क पर लगाने से वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी तरह चौधरी मोहल्ला रोड की स्थिति भी सुबह बेहद खराब रहती है. सुबह रोड किनारे सब्जियों की दुकान लगते ही ऑफिस और स्कूल टाइम में यहां वाहनों की लंबी लाइनें लग जाती हैं. 10 बजे के बाद एमजी रोड, अस्पताल रोड, गर्ल्स स्कूल रोड और विनोदपुर रोड पर जाम अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाता है. मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में देर होती है. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी रोजाना इस अव्यवस्था से गुजरना पड़ता है. शहर में जगह-जगह ट्रैफिक जवान तैनात किये गये हैं, लेकिन बढ़ते वाहनों की संख्या, नियमों की अनदेखी और अतिक्रमण के कारण जाम पर काबू नहीं पाया जा सका है.
समय-समय पर चलाया जाता है अभियान, लेकिन नहीं निकलता समाधान
अतिक्रमण हटाने के लिए समय-समय पर अभियान जरूर चलाया जाता है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद सड़कें फिर उसी तरह अतिक्रमित हो जाती हैं. समस्या जस की तस बनी रहती है. लोगों का कहना है कि शहर की सड़कें संकरी हैं. पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने से भी जाम की स्थिति गंभीर बन जाती है. प्रशासनिक बैठक में बार-बार जाम की समस्या से निजात को लेकर रूपरेखा तैयार की जाती है. पार्किंग स्थल बनाने को लेकर विचार किया जाता है, लेकिन इस पर अमल नहीं होता. जिस कारण से लोग जहां-तहां अपने वाहन पार्क कर देते हैं. कई जगह सड़क किनारे वाहन खड़े करने और फुटपाथ पर दुकानें लगाने से रास्ते की चौड़ायी कम हो जाती है. जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ता है. शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि स्थायी समाधान के लिए कड़े कदम उठाए जायें, पार्किंग जोन बनाए जायें. अतिक्रमण पर सख्ती से रोक लगे और ट्रैफिक व्यवस्था को आधुनिक तरीके से संचालित किया जाय. जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक कटिहार का जाम शहरवासियों की रोजमर्रा की परेशानी यूंही बनी रहेगी.
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