– चैती दुर्गा रामनवमी पूजा में यहां होता है भव्य मेले का आयोजन फलका फलका बाजार में अवस्थित 105 वर्ष पुराना ठाकुरबारी मंदिर में नवरात्र में लगने वाले मेला की तैयारी जोरों पर चल रही है. सोमवार को रामनवमी के दूसरे दिन मां दुर्गा ब्रह्माचारनी का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा की. मंदिर के पुजारी सुमन झा ने बताया कि यह मंदिर 105 वर्ष पूर्व 1915 ईसवी में निर्माण हुआ था. तब से लेकर आज तक मंदिर में पूजा अर्चना बड़े ही धूमधाम से किया जाता है. देवी जागरण कार्यक्रम का भी आयोजन होता है. मंदिर में भक्तजनों के द्वारा सच्चे मन से जो भी मन्नतें मांगी जाती है. मां दुर्गा उसे अवश्य पूरा करती हैं. पंडित ने बताया कि ठाकुरबाड़ी मंदिर अलौकिक शक्ति के लिए प्रसिद्ध है. प्रत्येक वर्ष की भांति वासंतिक नवरात्रि में पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा भाव से माता दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है. चैती नवरात्रि के समय दुर्गा भक्त यथासंभव संयम रखने की कोशिश करते हैं. देवी दुर्गा के आराधक 9 दिन उपवास रखते हैं. लोग उपवास नहीं कर पाते वह भी शुद्ध शाकाहारी रखने की भावना रखते हैं. सभी अपने-अपने घरों में भी अपने अपने तरीके से पूजा अर्चना में लीन होने के लिए तैयार हैं. कुल मिलाकर फलका बाज़ार वैदिक मंत्र से भक्तिमय हो गया है. ठाकुरबारी मंदिर परिसर में मां दुर्गा के प्रतिमा को अंतिम रूप देने में कलाकार लगे हुए है. मेला कमेटी के अध्यक्ष मुन्ना साह ने बताया कि यहां पूजा अर्चना के साथ साथ मेले का भी आयोजन किया जाता है. जिसकी तैयारी समस्त ग्रामवासी द्वारा किया जा रहा है.
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