फलका देर रात अचानक आई तेज आंधी व मूसलधार बारिश ने फलका प्रखंड के किसानों पर कहर बनकर टूटी. आंधी-पानी की वजह से खेतों में लगी मक्का की फसल पूरी तरह गिर गयी. जिससे फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. दूसरी ओर पहले से कट कर खेत में रखे गए गेहूं के फसल पानी में बह गए या भिंगकर खराब हो गये. इस प्राकृतिक आपदा से क्षेत्र के किसानों में भारी निराशा और चिंता का माहौल है. आंधी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. किसान खून के आंसू बहा रहे है. किसान सोनो खान जकी, मासूम अली आरिफ, रिक्कू, मिन्हाज, राजधानी के गांव के बबलू, गयासुद्दीन, नेहाल सहित दर्जनों किसानों का कहना है उन्होंने कर्ज लेकर मक्का और गेहूं की फसल लगाई थी. अच्छी उपज की उम्मीद थी. फ़सल बेच कर बच्चों को अच्छे स्कुल में दाखिला करायेंगे तो कितने किसान फ़सल बेच कर बेटी के हाथ पीले करने का सपना संजोया था. लेकिन अचानक बदले मौसम ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. मक्का के पौधे पूरी तरह गिर चुके हैं, जिससे उनका उत्पादन प्रभावित होगा. गेहूं की कटाई कर चुके किसान अब नुकसान की भरपाई की चिंता में डूबे हैं. किसानों को चिंता सताने लगा बैंक का कर्जा कैसे चुकाया जायेगा. आंधी पानी ने समूचे प्रखंड के सभी पंचायतों में फ़सल नुकसान किया है.
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