कुरसेला यात्री बसों को परिचालन कम पड़ने से यात्रियों को गंतव्य के लिए आवागमन करने की परेशानी उठानी पड़ रही है. कुरसेला के बस पड़ाव पर यात्रियों को बसों के आने का इंतजार में परेशान देखा गया. एनएच 31 के बस पड़ाव से लेकर एसएच 77 के बस पड़ाव पर यात्री बसों का आवागमन बेहद कम देखा गया. विधान सभा चुनाव को लेकर प्राइवेट यात्री बसों को जब्त कर लेने से सड़कों पर इसका परिचालन कम पड़ गया है. राज्य पथ परिवहन निगम की बसों को मार्गों पर चलते देखा गया. कटिहार से भागलपुर तक जाने वाली बस का परिचालन होने की जानकारी मिली. बस पड़ाव के कमीशन एजेन्ट ने बताया कि भागलपुर से पूर्णिया कटिहार के बीच चलने वाली प्राइवेट बसों में महज तीस प्रतिशत यात्री बसों का परिचालन हो रहा है. सड़कों पर इन बसों को परिचालन में कमी आने की सम्भावना है. प्राइवेट यात्री बसों का विधानसभा चुनाव कार्य के लिये जब्त किये जाने से सड़कों पर यात्री वाहनों का परिचालन कम हुआ है. एसएच-77 पर भागलपुर से रूपौली, धमदाहा, भवानीपुर के लिए यात्री बसों का चलना बेहद कम हो गया है. कटिहार के लिए भागलपुर से यात्री बसों का परिचालन कम पड़ने से यात्रियों को विकट परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियो को ऑटो के सहारे कटिहार सहित गतंव्य स्थानों के लिये आवागमन करने की विवशता बन गयी है. खासकर कटिहार के लिए यात्री बसों के कम पड़ने से यात्रियों में परेशानी की स्थिति देखी गयी. दूरगामी यात्री बसों का सड़कों पर गुजरना कम रहा. पटना, रांची, सिलीगुड़ी, दरभंगा आदि स्थानों तक चलने वाली कोच बसों के परिचालन में कमी देखा गया. महिला यात्रियों की मुश्किलें गंतव्य स्थानों तक आवागमन के लिए बस पड़ाव पर इंतजार करते महिला यात्रियों के चेहरे पर यात्री बसों के नहीं मिलने से परेशानी देखी गयी. बच्चों के साथ बसों का इंतजार करते महिला यात्रियों को गंतव्य स्थानों के लिए बस नहीं मिलने से मुश्किलों की झलक देखी गयी. इसी तरह दैनिक यात्रियों को यात्री बसों के परिचालन कम पड़ने से परेशान देखा गया. रेल यातायात परिचालन का सहारा दूरगामी सहित लोकल यात्रियों के लिए ट्रेन से परिचालन करना सहारा हो गया है. कटिहार, नवगछिया, पूर्णिया के लिए यात्री बसों के इंतजार के झमेले से उबकर यात्रियों को ट्रेन से परिचालन करना साधन रह गया है. ट्रेन से परिचालन करने में यात्रियों की यह परेशानी होती है कि रेल स्टेशन पर पहुंचने पर ट्रेन का तत्काल मिल पाना संभव नहीं होता है. ट्रेन आने के इंतजार में रेल स्टेशन पर यात्रियों को समय गुजारने की विवशता हो जाती है. बावजूद ट्रेन का गतंव्य के लिए मिलना निश्चित होता है.
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