कुरसेला. कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को विभिन्न स्थानों के गंगा में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगायेंगे. माना जाता है कि त्रिमोहनी संगम उत्तरवाहिनी गंगा तट के साथ खेरिया सीमावर्ती करारी तीनटेंगा, बटेशपुर तीनटेंगा घाट में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में गंगा स्नान के लिए पहुंचेंगे. त्रिमोहनी संगम के गंगा तट तक आवागमन की परेशानी है. आवागमन की कठिनाइयों से गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को गंगा तटों पर जाने का रुख अख्तियार कर सकते हैं. इसी तरह करारी तीनटेंगा घाट तक का पहुंच पथ सुगम माना जा रहा है. धार्मिक रूप से कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान विशेष रूप से पुण्यदायी फलदायी माना जाता है. इस तिथि को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है. भगवान शिव ने इसी दिन त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था. इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है. उपलक्ष्य में श्रद्धालु दीप दान करते हैं. पूर्णिमा पर भगवान विष्णु मां लक्ष्मी व चंद्र देव की पूजा का विधान है. धार्मिक रूप से ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से संसारिक पाप नष्ट हो जाता है. कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान, हवन, यज्ञ, जप तप करने का विशेष महत्व है. गंगा सेवन करने का पुण्यदायी माना जाता है. जानकारी के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर विभिन्न घाटों पर धार्मिक रूप से विविध तरह का आयोजन किया जाता है.
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