– किसानों ने लगाया उम्मीद कुरसेला में होनी चाहिए कोल्ड स्टोर कुरसेला परिक्षेत्र के किसान आलू फसल की खेती से लाभान्वित हुये है. अनुकुल मौसम कड़ी मेहनत से किसान आलू के बेहतर पैदावार करने में सफल रहे हैं. बताते चले कि इस साल आलू के विभिन्न किस्मों का पैदावार ठीक ठाक रहा है. फसल तैयार होने के बाद इनकी कीमतो में अन्य वर्षों की तुलना में गिरावट कम आयी है. जिसका फायदा किसानों को मिला है. बताया जाता है कि अधिकतर छोटे किसानों ने आलू फसल तैयार कर बाजार के तय दामों में बिक्री करने का कार्य किया है. जबकि आलू का ज्यादा खेती करने वाले कुछेक किसानों ने कुरसेला से बाहर शीत गृह में आलू भंडारण करने का कार्य किया है. स्थानीय स्तर पर शीत गृह में भंडारण करने की सुविधा नहीं होने से किसानो को बाजार के तय दामों पर आलू की बिक्री करने के लिये विवश होना पड़ता है. परिणाम स्वरुप किसानों को लाभ कम घाटा अधिक उठाना पड़ता है. आलू पैदावार के लिये उपयुक्त जलवायु मिट्टी होने से परिक्षेत्र के किसान सेंकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में प्रतिवर्ष किसान इस खेती को करते आ रहे हैं. कम अवधि के इस खेती को करने से कृषकों को अधिक मुनाफा मिलने का सम्भावना रहता है. कुरसेला बस्ती के किसान सुरेन्द्र मंडल कहते है कि पिछले एक दशक से आलू खेती पर खर्च लगातार बढता जा रहा है. मंहगे होते रसायनिक खाद बीज जोत सिंचाई से खेती पर खर्च दिनों दिन बढ़ रहा है. उन्होने बताया कि पूर्व के वर्षों में कुरसेला में शीत गृह के होने से किसानों को आलू भंडारण की सुविधा मिलती थी. किसान भंडारण कर आलू पैदावार का उचित समय पर इसकी बिक्री कर लाभ उठा पाते थे. कतिपय वजह से कुरसेला का शीत गृह बंद पड़ गया. जिससे पूर्व के वर्षों के अपेक्षा इसकी खेती में कमी आ रही है. किसान हित में कुरसेला में नये शीत गृह का बनना जरूरी है. उन्होने कहा कि संबंधित विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिये.
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