कटिहार : केंद्र सरकार भले ही आम बजट में किसान मनरेगा के लिए राशि में बढ़ोतरी की है. लेकिन कटिहार जिले में मनरेगा की स्थिति बिल्कुल बदहाल है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत जॉब कार्डधारी मजदूरों को अपने ही गांव में 100 दिन रोजगार देने की गारंटी दी गयी है. लेकिन जिले के विभिन्न प्रखंडों में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है. मनरेगा के तहत चलने वाले विभिन्न योजनाओं में शामिल कर जॉब कार्डधारी को साल में सौ दिन रोजगार दिये जाने का प्रावधान है.
रोजगार उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में काम का मांग करने वाले जॉब कार्डधारी को भत्ता देने की व्यवस्था मनरेगा में की गयी है. चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति में करीब डेढ महीना बचा हुआ है. यानी इस वर्ष के साढे दस महीना समाप्त हो चुका है. इस अवधि में जिले में मात्र 65 लोगों को ही अब तक सौ दिन का रोजगार मिल सका है. जबकि कटिहार जिले में जॉब कार्डधारियों की संख्या 477187 है. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक की स्थिति मनरेगा को लेकर कटिहार जिले में चिंताजनक है.
मनरेगा के एमआईएस रिपोर्ट के अनुसार सोमवार तक चालू वित्तीय वर्ष के तहत कुल 93730 जॉब कार्डधारी ने स्थानीय स्तर पर रोजगार की मांग की थी. इसके विरूद्ध 57599 जॉब कार्डधारी को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये स्वीकृति दी गयी. जबकि अब तक मात्र 27803 जॉब कार्डधारी को ही मनरेगा के तहत रोजगार दिया गया है. कई प्रखंडों की स्थिति तो और भी खराब है. कटिहार, डंडखोरा, हसनगंज आदि प्रखंडों में स्थिति और भी बदतर है.