समेली : मनुष्य दैहिक, दैविक व भौतिक ताप से घिरा हुआ है. भक्ति से ही इससे छुटकारा पाया जा सकता है. भक्ति वह है जिसमें श्रद्धा व प्रेम के साथ सेवा कार्य जुड़ा होता है. भक्ति के बिना जीव क्लेश से मुक्त नहीं हो सकता, सेवा किसी तरह की जा सकती है. उक्त बातें भगीरथ बाबा ने शनिवार को समेली-कुरसेला के 6वें वार्षिक अधिवेशन समेली प्रखंड के भदैया टोला गांव में सत्संग में कहीं. इससे पहले अधिवेशन का शुभारंभ वंदना स्तुति से किया गया. प्रवचन के दौरान जवाहर बाबा ने कहा कि भक्ति से ही गुरु की प्राप्ति हो सकती है. ईश्वर प्राप्ति के लिए कठिन तप की आवश्यकता है. ईश्वर कण-कण में व्याप्त है.
बिहारी बाबा ने कहा कि हम अज्ञानतावश भटक रहे हैं. भौतिक सुख के पीछे भाग रहे हैं. जिसका हृदय खुल जाता है, तब सत्संग प्रवेश कर जाता है. जिन्हें शांति प्राप्त हो जाती है, वह संत कहलाते हैं. अधिवेशन में डॉ सीपी मंडल, रामनाथ राय, पृथ्वी मंडल, सुबोद जायसवाल, रमेश जायसवाल, विनोद जायसवाल, अजय मंडल, यामुन मंडल, चंद्रशेखर मंडल, रामदेव मंडल, शंकर जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, जनार्दन मंडल सहित भदैया टोला, मुरादपुर पंचायत के ग्रामीणों का सहयोग रहा.
अधिवेशन के दौरान ही बरारी विधायक नीरज कुमार यादव, प्रखंड प्रमुख अनुकंपा देवी, प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुमार पप्पू, मुरादपुर मुखिया अनिता देवी, पूर्व मुखिया सुरेश कुमार ने संतों को गुलदस्ता भेंट कर आशीर्वाद लिया.