सूरज गुप्ता, कटिहार : बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य राज्य सरकार अब सभी पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की स्थापना करेगी. इस आशय से संबंधित आदेश शिक्षा विभाग से आने के बाद जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयविहीन पंचायतों की सूची निर्धारित प्रपत्र में राज्य सरकार शिक्षा विभाग को भेज दी गयी है.
उल्लेखनीय है कि जून 2019 में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र प्रेषित करते हुए कहा था कि वैसे पंचायत जहां उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नहीं है. उस पंचायत में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जायेगी. इसके लिए संबंधित पंचायत मुख्यालय में मध्य विद्यालय को भी चिन्हित किया जाना है. अपने पत्र में परिषद के एसपीडी ने 10 कॉलम का एक प्रपत्र भी डिजाइन किया है. उसी प्रपत्र में सूचना की मांग की गयी है.
एसपीडी के इस पत्र के आते ही स्थानीय शिक्षा महकमा इस कार्य में जुट गयी और जिले के 93 पंचायतों की सूची निर्धारित प्रपत्र में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को भेज दी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी की माने तो बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से ऐसे सभी पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की स्वीकृति मिल जायेगी और वर्ष 2020 के अप्रैल में वहां नौवीं कक्षा में नामांकन भी होना शुरू हो जायेगा.
उल्लेखनीय है कि बाल विवाह व बाल श्रम की रोकथाम को लेकर बिहार बाल भवन मंच की ओर से एक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन वर्ष 2018 में शिक्षा मंत्री को सौंपा गया था.
जिसमें सभी पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की मांग की गयी थी. बाद के दिनों में राज्य सरकार भी समय-समय पर सभी पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करती रही है. पर अब वैसे पंचायतों में उच्च विद्यालय की स्थापना हो जायेगी. जहां अब तक उच्च विद्यालय नहीं था.
इन पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलने का प्रस्ताव : जिले के 16 में से 15 प्रखंड के 93 पंचायतों की सूची निर्धारित प्रपत्र में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद भेजी गयी है. इन पंचायतों में अभी तक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नहीं है. शिक्षा कार्यालय सूत्रों की मानें तो कटिहार सदर प्रखंड के दलन पश्चिम, दलन पूरब, भावड़ा व डेहरिया पंचायत में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलने का प्रस्ताव है.
जबकि हसनगंज प्रखंड के ढेरुवा व जगरनाथपुर, कोढ़ा प्रखंड के विनोदपुर, विशनपुर, बावनगंज, सिमरिया उत्तर, सिमरिया दक्षिण, मधुरा, महीनाथपुर, बांसगाड़ा, समेली प्रखंड के पूर्वी चांदपुर व चकला मौलानगर, फलका प्रखंड के रहटा, मघेली व भंगहा, कुरसेला प्रखंड के उत्तरी मुरादपुर व पूर्वी मुरादपुर, बरारी प्रखंड के पश्चिमी बारीनगर, लक्ष्मीपुर, पूर्वी बारीनगर, गुरुमेला, दक्षिणी भंडारतल, कांतनगर, सिसिया, जगदीशपुर, बिशनपुर, सिक्कट, सकरेली, दुर्गापुर, मनसाही प्रखंड के साहेबनगर, भेड़माड़ा, प्राणपुर प्रखंड के बस्तौल, पथरबार, काठघर, केहूनिया एवं गौरीपुर, बारसोई प्रखंड के कदेला पटोल, बेलवाडांगी, बिघोर हाट, महेशपुर, शिकारपुर, चांदपाड़ा, बेलवा, लगुआ, शिवानंदपुर, इमादपुर, हरनोई, नलसर शामिल है.
आजमनगर के 14 पंचायत में खुलेंगे उच्च विद्यालय : बिहार शिक्षा परियोजना को भेजे गए सूची पर भरोसा करें तो बलरामपुर प्रखंड के कमरा, शाहपुर, लुत्तीपुर, गोरखपुर, मलिकपुर, बघौरा, पिंडाल, हरनागर, जोकर, मरवतपुर, चोलहर, दनिहा, महेशपुर, गायघटा, शीतलमनी, निमोल, खुरियाल शामिल है.
कदवा प्रखंड के धनगामा, सागरथ, भर्री, तैयबपुर, शेखपुरा, भौनगर, जाजा, सिकोरना, उनासो पंचगाछी, बेनी जलालपुर, निस्ता, मनिहारी प्रखंड के फतेहनगर, बाघमारा, बोलिया, मनोहरपुर, दिलारपुर, केवाला, अमदाबाद प्रखंड के जंगलाटाल, बेरिया, दक्षिणी करीमुल्लापुर, दक्षिणी अमदाबाद, भवानीपुर खट्टी व चौकिया पहाड़पुर शामिल है.
कहते हैं बाल अधिकार कार्यकर्ता
बाल अधिकार कार्यकर्ता एवं बिहार बाल आवाज मंच के प्रांतीय संयोजक राजीव रंजन ने कहा कि सभी पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलने का निर्णय स्वागतयोग्य है. मंच ने भी उच्च विद्यालय खोलने की मांग की थी. इससे बाल विवाह एवं बालश्रम पर रोक लगेगी.
कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी देवविंद कुमार सिंह ने इस संदर्भ में बताया कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में कटिहार जिले के 93 पंचायतों की सूची तथा संबंधित मध्य विद्यालय की सूची भी विभाग को भेज दी गयी है. इन पंचायतों में वर्ष 2020 के अप्रैल से नौवीं कक्षा की पढ़ाई शुरू हो जायेगी.