मोहनिया शहर. स्थानीय शहर में प्रशासन द्वारा भले ही वनवे ट्रेफिक लागू किया गया है. लेकिन, एनएच की जर्जर सर्विस सड़क के कारण लोग इ-रिक्शा और ऑटो से बेहतर पैदल ही चलना अच्छा समझ रहे हैं. चांदनी चौक से स्टेशन जाने के लिए इ-रिक्शा और ऑटो से किराया देते है, लेकिन जर्ज़र सड़क के कारण धीमी गति व हिचकोले खाते हुए स्टेशन पहुंचने को मजबूर हैं. शहर में लागू वनवे ट्रैफिक में एनएच दो के उत्तरी किनारे के जर्जर सर्विस सड़क व आधा-अधूरा नाला बांधा बन रहा है. आलम यह है कि जर्जर सर्विस सड़क पर उभरे गड्ढे के कारण स्टेशन मोड़ के पास आये दिन दुर्घटना होती हैं. लेकिन सड़क निर्माण कंपनी द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मालूम हो कि पटना मोड़ और थाना के समीप बने ओवरब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद यातायात पुलिस द्वारा मोहनिया शहर में फिलहाल वनवे ट्रैफिक नियम लागू किया गया है. इसके अंतर्गत स्टेशन जाने के लिए अब इ-रिक्शा व अन्य छोटे वाहन दक्षिणी लेन से होकर थाना के ओवरब्रिज तक जाते हैं, जहां से उत्तरी लेन की सर्विस सड़क से स्टेशन मोड़ होते हुए स्टेशन तक जाते हैं. ऐसे में उत्तरी लेन की सर्विस सड़क व नाला का निर्माण नहीं होने के कारण जगह-जगह सर्विस सड़क जर्जर है. इसका आलम यह होता है कि धीरे-धीरे इ-रिक्शा व अन्य वाहन चलने को मजबूर हैं. ऐसे में जर्जर सर्विस सड़क के कारण कई बार इ-रिक्शा पलट जाता है और उसपर सवार घायल हो जाते हैं. सबसे खास बात यह है कि स्टेशन मोड़ के पास सड़क जानलेवा हो गयी है, जहां सड़क पूरी तरह से जर्जर है. लेकिन, एनएचएआइ व सड़क निर्माण कंपनी द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. लोगों का कहना है कि जर्जर सर्विस सड़क के कारण धीरे धीरे इ-रिक्शा व ऑटो चलते है, जिससे बेहतर तो पैदल ही है. केवल एक तरफ नाला व सड़क का निर्माण दिल्ली से कोलाकता को जाने वाली अति व्यस्तम सड़क एनएच-19 गुजरता है. एनएच के दोनों तरफ सर्विस सड़क है. लेकिन एनएचएआइ द्वारा केवल एक तरफ ही नाला और सड़क का निर्माण कराया हैं. उत्तरी किनारे आज भी नाला और सड़क जर्जर है. आखिर कब जर्जर सड़क और नाला का निर्माण होगा, यह लोगों के बीच सवाल बन कर खड़ा है. मालूम हो कि शहर के बदलते आकार के साथ विकास हो रहा है, जहा सड़कों पर पहले रिक्शा चलते थे, लेकिन अब इ-रिक्शा और सीएनजी ऑटो चल रहे हैं. लेकिन, शहर के स्टेशन रोड हो या एनएच दो की सर्विस सड़क, दोनों पर इ-रिक्शा और सीएनजी ऑटो चलने योग्य नहीं है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है. #क्या कहते हैं शहरवासी# –इस संबंध में बरेज निवासी दीनानाथ सिंह ने बताया शहर में वनवे ट्रैफिक नियम लागू है. लेकिन थाना से आने वाली सर्विस सड़क जर्जर होने के कारण इ-रिक्शा व सीएनजी ऑटो से जाने में हिचकोले खाते जाना पड़ता है. स्टेशन सड़क का भी यही हाल है. इस संबंध में मुठानी निवासी सुनील कुमार ने बताया सर्विस सड़क इस कदर जर्जर है कि इ-रिक्शा को छोड़ पैदल ही जाना अच्छा है. जर्जर सर्विस सड़क व नाला को बनवाना चाहिए. लेकिन, पिछले कई वर्ष से सड़क के साथ नाला जर्जर है. #क्या कहते हैं इओ इस संबंध में नगर पंचायत के इओ सुधांशु कुमार ने बताया सर्विस सड़क एनएचएआइ के अधीन है. इसका निर्माण कराना एनएचएआइ का कार्य है. सर्विस सड़क व नाला निर्माण के लिए एनएचएआइ से बात की जायेगी.
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