दुर्गावती. स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के महमूदगंज बाजार निवासी एक श्रमिक युवक की मौत ओड़िशा में हो गयी. मौत की खबर लगते ही घर-आंगन में चीत्कार मच गया. वहीं, परिजन शव लाने के लिए ओड़िशा चल पड़े. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, महमूदगंज बाजार निवासी रौशन अली के दो पुत्र तथा चार बेटियां हैं. रौशन अली मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं. इनके बड़े पुत्र उम्र लगभग 19 वर्ष शहजाद अली भी परिवार की परवरिश हेतु ओड़िशा के एक स्टील फैक्ट्री में मेहनत मजदूरी कर घर के कार्यों में सहयोग करता था. लेकिन, नौ अप्रैल को फैक्ट्री में कार्य कर बाहर निकलने के दौरान रात के लगभग आठ बजे परिसर में ही किसी मालवाहक ट्रक की चपेट में आ जाने से इसकी मौत हो गयी. मौत की खबर लगते ही घर आंगन में मातमी सन्नाटा पसर गया. इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही परिजन अपने गांव महमूरगंज से 10 अप्रैल की सुबह ओड़िशा के लिए रवाना हुये, जो लगभग देर शाम सात बजे ओड़िशा पहुंचे. परिजनों के पहुंचने के बाद कानूनी प्रकिया के तहत शव का अंत्य परीक्षण कराया गया. इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. वहां से परिजन शव को लेकर शुक्रवार के दिन अपने गांव महमूरगंज के लिए चल पड़े. युवक की दुर्घटना में असामयिक मौत से घर-परिवार के बीच मातमी सन्नाटा पसरा है. माता कुरैशा बीबी तथा भाई बहनों सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. दूसरी तरफ परिवार के जीविकोपार्जन में हाथ बंटाने वाले बेटे की मौत के गम में पिता को परिवार के परवरिश की भी चिंता सता रही है. महमूदगंज वासियों की मानें तो शहजाद सरल स्वभाव का मिलनसार मृदुभाषी युवक था. उनका कहना था कि उसकी असामयिक मौत ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है.
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