भभुआ नगर. समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में शनिवार की शाम जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने जीविका परियोजना के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने जीविका के विभिन्न पहलुओं की गहन समीक्षा की, जिनमें स्वयं सहायता समूहों का गठन, समूहों को बैंक लिंकेज, रोजगार सृजन, आजीविका संवर्धन, पशुपालन, कौशल विकास प्रशिक्षण व सामाजिक व्यवहार परिवर्तन से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा की गयी. समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी लाभार्थियों को योजनाओं से समय पर जोड़ा जाये. साथ ही कहा कि स्वयं सहायता समूहों को अधिक सशक्त और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाये. जिला पदाधिकारी ने कहा कि कड़ी मेहनत से महिलाएं कई सामग्रियां तैयार करती हैं, इसलिए महिलाओं के उत्पादन ज्यादा से ज्यादा बिके, इसके लिए महिला समूहों के उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग व ब्रांडिंग की व्यवस्था की जाये. साथ ही कहा कि जीविका दीदियों के लिए प्रशिक्षण, ऋण वितरण व तकनीकी सहयोग में किसी प्रकार की बाधा न हो. जिला पदाधिकारी ने कहा कि जीविका सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के आत्मबल और आत्मनिर्भरता की पहचान है. जीविका समूह में ज्यादा से ज्यादा महिलाएं जुटी हुई हैं. महिलाएं खुद अपना प्रोडक्ट तैयार कर मार्केट में बेच रही हैं, जिससे उनकाे मुनाफा भी रहा है. इसलिए अगर उनके प्रोडक्ट की मार्केटिंग ठीक से हो जाये, तो बेरोजगारों को अच्छे रोजगार के साथ-साथ अच्छी कमाई भी हो सकती है. जिला पदाधिकारी ने मौके पर उपस्थित जीविका के पदाधिकारी व जीविका दीदियों से सीधा संवाद कर उनके अनुभव, समस्याएं और सुझाव भी सुने. इस दौरान जीविका के सभी जिले स्तरीय अधिकारी प्रखंडों के अधिकारी व जीविका दीदी सहित कई अन्य मौजूद रहे.
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