भभुआ नगर.
कभी अपने जमाने में चर्चित रहा सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय आज शिक्षकों की कमी है़ कॉलेज में वर्ग संचालन एक साथ करने के लिए भवन नहीं है़ इसके चलते छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में काफी परेशानी हो रही है. जबकि, सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय का कभी वह जमाना भी था कि कैमूर जिले को तो छोड़ दें, राज्य के चर्चित जिले नालंदा, पटना सहित मगध प्रमंडल के कई जिलों से छात्र आकर यहां पठन-पाठन का करते थे. लेकिन, आज उसी कॉलेज में छात्र अनुपात के अनुसार शिक्षकों की कमी है, तो दूसरे तरफ भवन के अभाव में महाविद्यालय में वर्ग संचालन दो शिफ्टों में किया जा रहा है.अगर महाविद्यालय में नामांकित छात्रों के आंकड़े पर नजर डालें, तो छात्र-छात्राओं का नामांकन 8500 है. लेकिन, छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए 42 शिक्षक कार्यरत हैं. यानी 42 शिक्षकों के भरोसे ही इन सभी छात्रों की पढ़ाई होती है. वहीं, महाविद्यालय में छात्रों के अनुपात के अनुसार भवन की भी कमी है. इसलिए महाविद्यालय में पठन-पाठन का कार्य भी दो शिफ्टों में संचालित होता है. साइंस विषय के लिए वर्ग संचालन 9:30 बजे से 3:30 बजे तक होता है, तो वहीं कला विषय की पढ़ाई 11:10 बजे से 5:00 बजे तक करायी जाती है. हालांकि, कालेज प्रबंधन की मानें, तो दो शिफ्टों में विद्यालय संचालन करने का फैसला विद्यालय प्रबंधन द्वारा मंगलवार को आयोजित बैठक के बाद छात्र हित को देखते हुए व महाविद्यालय में एक साथ वर्ग संचालन करने के लिए भवन की कमी रहने के कारण लिया गया है, ताकि छात्रों का पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से संचालित किया जा सके. गौरतलब है कि महाविद्यालय में 8500 छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए जो शिक्षक विद्यालय में कार्यरत है, उन में गेस्ट टीचर नियमित शिक्षक व बीसीए विषय पढ़ाने वाले शिक्षक भी शामिल है. शिक्षक के आंकड़े पर नजर डालें, तो महाविद्यालय में 51 शिक्षकों को होना चाहिए, लेकिन 42 शिक्षक ही है जिसमें से 26 शिक्षक परमानेंट है, 16 गेस्ट शिक्षक हैं.= जिले के छात्रों की पहली प्राथमिकता होती है एसबीभीपी कॉलेजजिले के सभी प्रखंडों के छात्रों का इंटर हो या स्नातक में पढ़ाई करने के लिए प्रथम प्राथमिकता सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय ही होता है. एसबीभीपी कॉलेज में नामांकन कराने के लिए छात्र-छात्राएं पहली प्राथमिकता एसबीभीपी कॉलेज को ही देते हैं. एसबीभीपी कॉलेज में नामांकन के लिए मेधा सूची में नाम जारी नहीं होने के बाद ही छात्र-छात्रा दूसरे कॉलेज में नामांकन कराते हैं. यही हाल स्नातक के नामांकन में भी होता है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय में स्नातक में नामांकन नहीं होने पर छात्र-छात्राएं जिले में स्थित किसी अन्यत्र महाविद्यालय में नामांकन कराते हैं.= 5:00 के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले छात्रों की होती है परेशानीसरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय में भभुआ तो छोड़ दे, मोहनिया अनुमंडल से भी प्रतिदिन छात्र-छात्राएं कॉलेज में पढ़ने के लिए आते हैं. इससे कॉलेज में शाम 5:00 बजे तक वर्ग संचालन होने के कारण दूर दराज से आने वाले छात्रों को घर जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं, नवंबर दिसंबर के महीने में छात्र-छात्राओं को घर जाते-जाते अंधेरा हो जायेगा, जिनमें खासकर छात्राओं को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी.= क्या कहते हैं प्रिंसिपलसाइंस एवं कला विषय के छात्र-छात्राओं का वर्ग संचालन सुचारू रूप से किया जा सके, इसके लिए मंगलवार को महाविद्यालय में शिक्षकों की बैठक हुई थी. इसमें निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय में वर्ग संचालन का कार्य दो शिफ्टों में किया जायेगा. प्रथम शिफ्ट में 9:30 बजे से 3:30 बजे तक साइंस विषय का वर्ग संचालन होगा, तो वही 11:10 बजे से 5:00 बजे तक कला विषय का वर्ग संचालन आज से किया जायेगा.एसपी शर्मा, प्रिंसिपल, एसबीपी कॉलेज
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

