भभुआ नगर.
भारत माला परियोजना के तहत निर्माण होने वाले बनारस कोलकाता एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि पर अगर कोई भी किसान धान की रोपनी करते हैं, तो संबंधित किसान पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, धान की रोपनी किसान न करें, इसके लिए किसानों को जागरूक किया जायेगा. इधर, कोलकाता-बनारस एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि में धान की फसल की रोपाई नहीं करने व किसानों को जागरूक करने को लेकर मंगलवार को जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभाग से अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भारत माला परियोजना अंतर्गत वाराणसी–रांची–कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण परियोजना से प्रभावित भभुआ, भगवानपुर, रामपुर, चैनपुर व चांद प्रखंड के किसानों को आगामी खरीफ मौसम में धान या अन्य फसल नहीं लगाने के लिए प्रेरित किया जायेगा. साथ ही कहा कि सभी कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर जाकर किसानों को अधिग्रहित भूमि में धान की रोपनी नहीं करने के लिए जागरूक करेंगे. अगर इसके बाद भी किसान भारत माला के एलाइनमेंट में खेती करने का प्रयास करेंगे, तो ऐसे किसानों को चिह्नित करते हुए विधिक संवत कार्रवाई की जायेगी. साथ ही कहा कि गांव में फॉर्मर फ्रेंडली पोस्टर, बैनर और सूचना पट्ट लगाकर भी किसानों को जागरूक किया जायेगा. इस दौरान मौके पर सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार सहित संबंधित प्रखंडों के कर्मी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

