भभुआ सदर. भभुआ नगर पर्षद द्वारा नगर क्षेत्र में साफ-सफाई के नाम पर हर साल 5 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च किये जा रहे है. लेकिन, शहर में साफ- सफाई की स्थिति आज भी खराब है. इसके चलते शहर की सूरत नहीं बदल पा रही है. सफाई के नाम पर लूट-खसोट के चलते हर तरफ फैली गंदगी भभुआ शहर की नकारात्मक छवि बना रही है. शहरवासियों का कहना है कि शहर में सरकार की ओर से दी जा रही राशि का नप प्रशासन द्वारा जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है. मुख्य सड़क को तो साफ किया जा रहा है, लेकिन अधिकतर वार्डों के गली-मुहल्लों से प्रतिदिन कूड़े का उठाव नहीं किया जा रहा. इसके चलते बरसात शुरू होने के बाद से नगर पर्षद के विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई व्यवस्था और भी चरमरा गयी इै. वहीं, इसके कारण लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के एकता चौक, जयप्रकाश चौक सहित पश्चिम बाजार, छावनी मुहल्ला, प्रोफेसर कॉलोनी, अष्टभुजी चौक, चकबंदी रोड, सब्जी मंडी, आदि कई ऐसे इलाके हैं, जहां इन दिनों साफ-सफाई पूरी तरह से अवरूद्ध नजर आ रही है. जबकि नगर पर्षद में शहर को साफ रखने के लिए स्वच्छता पदाधिकारी, सिटी मिशन मैनेजर, स्वच्छता सेवक सहित 100 से अधिक सफाईकर्मी कार्यरत हैं, लेकिन इन सबके बावजूद शहर की साफ-सफाई नहीं हो पा रही. खासकर वार्डो और मुहल्लों की स्थिति काफी दयनीय है.
साफ-सफाई की नहीं हो रही समुचित मॉनीटरिंग
दरअसल, बरसात शुरू होने के बाद इन दिनों सफाईकर्मीयों के द्वारा किये जा रहे कार्य की अधिकारियों सही से मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं. सरकारी कार्यों आदि में पदाधिकारियों की व्यस्तता का इन सफाई कर्मचारियों ने भी भरपूर फायदा उठाया है. इसके कारण वे मनमाने अंदाज में आधे-अधूरी ही वार्डों की सफाई कर रहे और जहां-तहां कूड़ा और गंदगी छोड़ रहे. इससे कई गली-मुहल्लों के लोग पूरी तरह त्रस्त हैं. पूरे दिन कचरा सड़कों पर जहां-तहां पसरा रहता है ओर दूसरे दिन सफाई कर्मचारी के द्वारा इन कचरों को सहीं से नहीं उठाया जाता, जिसके कारण कचरे से उठने वाली दुर्गंध और सड़ांध की बद्दबू से लोगों को काफी जद्दोजोहद करनी पड़ रही है. कुल मिलाकर लोगों को इस लचर साफ-सफाई की व्यवस्था से काफी परेशानी हो रही है. मंगलवार को जब प्रभात खबर की टीम शहर के प्रमुख सड़कों और वार्डो का हाल जानने निकली, तो हर जगह बस सफाई के जिम्मेदारों की लापरवाही की वही पुरानी तस्वीरें ही नजर आयीं.
= प्रभात खबर ने जाना हाल, तो बेहतर सफाई व्यवस्था की खुल गयी पोलभभुआ शहर में बेहतर सफाई का दावा करने वाली नगर पर्षद का फोकस केवल वीआइपी मूवमेंट वाली एकता चौक और कचहरी रोड पर ही रह गया है. इस सड़क पर एकता चौक से नहर कॉलोनी तक जहां नप की सफाई गाड़ियां एक-एक पत्ता तक उठा डालती हैं. वहीं, बाकी शहर के गली मुहल्लों में सफाई-व्यवस्था की बदहाली देखने तक की फुर्सत नप के जिम्मेदारों को नहीं है. मंगलवार को भी नगर पर्षद का यही रवैया देखने को मिला जब शहर में भीड़-भाड़ शुरू होने से पहले मुंडेश्वरी सिनेमा हॉल से कचहरी रोड जाने वाली सड़क पर पूरे दिन कम से कम चार से पांच बार झाड़ू लगाया गया और लगभग दो राउंड कूड़े का उठाव हुआ. लेकिन, नगर पर्षद की ओर से ऐसी ही तत्परता शहर के अधिकतर वार्डों और मुहल्लों में नहीं दिखायी पड़ी. यानी शहर के एकता चौक से जिला समाहरणालय व कचहरी रोड से सिंचाई विभाग कॉलोनी तक के सड़कों के दोनों तरफ की सफाई कर दी गयी. कूड़ा कचरा उठाकर झाड़ू भी लग गये. लेकिन, जयप्रकाश चौक, अल्पसंख्यक छात्रावास वार्ड संख्या सात, सब्जी मंडी और एकता चौक सहित अधिकतर गली मुहल्लों में सुबह 9 बजे तक सफाई शुरू नहीं हो सकी थी. अब इसके चलते अधिकतर मुहल्लों में कचरे के साथ गंदगी और दुर्गंध शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है.बोले नगर पर्षद इओ- सफाई में नहीं की जाती कोई अनदेखी
शहर में सफाई व्यवस्था के मामले में नप इओ संजय उपाध्याय ने बताया कि सफाई कर्मचारी सभी वार्ड में प्रतिदिन सफाई करने पहुंचते हैं. सभी जगहों पर प्रॉपर सफाई की व्यवस्था की गयी है. प्रमुख सड़कों की सफाई के साथ-साथ वार्डों के मुहल्लों में भी सफाई होती है. इसके लिये पहले से ही निर्देश जारी किया गया है. अगर कहीं नहीं हो रही है, तो इसकी स्थलीय जांच कराते हुए कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

