भभुआ सदर. साहब गंदगी से पटे नहर की सफाई करा दीजिए, क्योंकि घर के करीब से गुजरे नहर में इतनी गंदगी और कूड़ा कचरा फेंका गया है कि दिन में भी मच्छर काटते हैं और मच्छर से बचने के लिए दिन में भी धुंआ करना पड़ता है. मंगलवार को शहर के वार्ड एक स्थित अष्टभुजी मंदिर के समीप नगर पर्षद द्वारा आयोजित नगर जनसंवाद कार्यक्रम में विस्तारित क्षेत्र के लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा. नगर जनसंवाद के पहले दिन शहर के वार्ड एक के विस्तारित क्षेत्र हनुमान नगर से सटे सेमरिया बस्ती और रामपुर कॉलोनी से गांधी कुष्ठ निवारण भभुआ चैनपुर सड़क से उत्तरी क्षेत्र में रह रहे लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा. वार्ड एक स्थित अष्टभुजी मंदिर के समीप आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में डीएम द्वारा नामित नोडल पदाधिकारी गौरव कुमार, नगर पर्षद के प्रभारी इओ सोनू कुमार सिंह, उप मुख्य पार्षद प्रतिनिधि शैलेंद्र उर्फ मंटू सिंह, वार्ड पार्षद उर्मिला देवी सहित नगर पर्षद के कर्मचारी आदि उपस्थित रहे. जनसंवाद कार्यक्रम में विस्तारित क्षेत्र के रहनेवाले उपस्थित लोगों ने नाली-गली, सड़क, जलजमाव सहित पेयजल की समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराने के अलावा स्ट्रीट लाइट, रामपुर कॉलोनी मोड़ से सुवरन नदी तक स्टॉर्म ड्रेनेज का निर्माण कराने, वार्ड में स्थित नहर पुलिया की चौड़ाई बढ़ाने आदि की समस्याओं को भी संवाद कार्यक्रम में रखा. गौरतलब है कि भभुआ नगर पर्षद इन मोहल्ला सभाओं में मिली जानकारी के आधार पर अपने क्षेत्र का एक माइक्रो प्लान तैयार करेगा और इस प्लान को विभाग से मंजूरी मिलने के बाद विकास कार्य शुरू किये जायेंगे. साथ ही सभा में हुई बातचीत और लिये गये फैसलों का रिकॉर्ड भी रखा जायेगा. सरकार की यह पहल शहरी नागरिकों के लिए एक बड़ा अवसर है, जिसके जरिये वे अपने इलाके के विकास में सीधी भूमिका निभा सकेंगे. हालांकि, अब देखना यह है कि नगर जनसंवाद शहरों की तस्वीर बदलने में कितना कारगर साबित होता है. = छह माह पहले बना नाला हो गया ध्वस्त, अब हो रहा जलजमाव धनंजय सिंह – उनके मुहल्ले में छह महीने पहले नगरपालिका ने करीब साढ़े नौ लाख की राशि से छात्रावास रोड से मनोज तिवारी के घर तक सड़क व नाली का निर्माण कराया था. लेकिन निर्माण के दो महीने बाद ही नाली व सड़क ध्वस्त हो गयी. अब नाली के ध्वस्त हो जाने से घरों से निकला पानी सड़क पर जमा हो जा रहा है. उनके मुहल्ले में नाला की मरम्मत बहुत जरूरी है. बबली पांडेय – वार्ड का सारा कूड़ा उनके मुहल्ले में सड़क पर ही फेंक दिया जाता है. फेंके गये कूड़े कचरे से होकर आना जाना पड़ता है. इससे निजात दिलाने की गुहार जनसंवाद में लगायी गयी है. कमालुद्दीन अहमद – उनके वार्ड में एक ही सड़क व नाले को दोबारा बनाया जा रहा है, लेकिन जरूरी सड़क व नाले नहीं बनाये जा रहे है. अगर बैंक ऑफ बड़ौदा से लेकर सुवरन नदी तक एक नाला का निर्माण करा दिया जाये तो लगभग चार हजार की आबादी को राहत मिलेगी. बबन लाल श्रीवास्तव – उनके घर के करीब से ही नहर बहती है, लेकिन कूड़ा फेंके जाने और सफाई नहीं होने से नहर कचरे से जाम पड़ा हुआ है. सफाई नहीं होने से दिन में ही मच्छर काटते हैं. बचने के लिए धुआं करना पड़ता है. हर्ष पटेल – पटेल चौक से उनके वार्ड में जो नाला आ रही है उसकी सफाई बेहद जरूरी है. क्योंकि नाला जगह जगह से खुला होने के चलते उसमें कचरा जाता रहता है और इसके चलते नाला अक्सर जाम रहता है. इसके अलावा अष्टभुजी चौक पर बनी पुलिया की चौड़ाई काफी कम है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है, ताकि सकरी हो चुकी पुलिया से आवागमन आसानी से हो सके. = जनसंवाद में लोगों के राय पर नौ योजनाओं को कराया गया सूचीबद्ध वार्ड एक की पार्षद उर्मिला देवी ने बताया कि उनके वार्ड में हुए जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित विस्तारित क्षेत्र के लोगों की राय पर कुल नौ योजनाओं को सूचीबद्ध कराया गया है. इसमें महिला कॉलेज से लेकर सेमरिया बस्ती तक 200 स्ट्रीट लाइट लगाने, नहर पुलिया की चौड़ीकरण, रामपुर कॉलोनी मोड़ से लेकर सुवरन नदी तक नाला निर्माण कराने, स्टॉर्म सीवरेज का निर्माण कराने के अलावा विस्तारित क्षेत्र में सड़क नाली गली के निर्माण कराये जाने की योजनाएं ली गयी हैं.
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