चैनपुर. थाना क्षेत्र के हाटा में स्थित एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी के केंद्र प्रबंधक द्वारा कंपनी का 15920 रुपये गबन करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद इस कंपनी के क्लस्टर हेड अनीता देवी द्वारा चैनपुर थाने में आवेदन देकर केंद्र प्रबंधक के विरुद्ध कंपनी की राशि का गबन करने का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. थाने में दिये आवेदन में क्लस्टर हेड अनीता देवी पति महेंद्र कुमार ग्राम हाजी पट्टी मिर्जापुर ने बताया कि वह कैमूर में एक माइक्रो क्रेडिट कंपनी के क्लस्टर हेड के पद पर कार्यरत हैं. इस कंपनी की एक शाखा हाटा में स्थित है, जहां के केंद्र प्रबंधक के रूप में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के चरेचा गांव निवासी गिरजा शंकर यादव का पुत्र उद्रेश कुमार यादव कार्य कर रहा है. कंपनी द्वारा निराश्रित महिलाओं को सूक्ष्म वित्तीय ऋण भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अंतर्गत प्रदान किया जा रहा है. इस क्रम में जब हाटा शाखा का निरीक्षण उनके द्वारा किया गया, तो पता चला कि उद्रेश कुमार यादव द्वारा कंपनी के 10 ऋण लाभार्थियों को गुमराह करके ऋण सेटलमेंट के नाम पर ऋण की बकाया राशि वसूल कर उसे कंपनी के खाते में जमा न करके 15920 रुपये का गबन कर लिया गया. पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया. इसके बाद उसके विरुद्ध चैनपुर थाने में आवेदन दिया गया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि प्राप्त आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
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