चैनपुर. छह से 14 आयु वर्ग के सभी बच्चों का नामांकन नजदीकी विद्यालय में करना है. विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है. छह से 14 आयु वर्ग का एक भी बच्चा विद्यालय से बाहर नहीं रहना चाहिए. उक्त बातें विशेष नामांकन को लेकर चलाये जा रहे अभियान के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय द्वारा चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के शेरपुर विद्यालय में अभिभावकों व शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि इस समय पूरे जिले में विशेष नामांकन अभियान चलाया जा रहा है. विद्यालय में प्रवेशिकोत्सव का आयोजन कर अनामांकित सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराया जा रहा है. शनिवार को विशेष नामांकन अभियान को रफ्तार देने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय द्वारा प्राथमिक विद्यालय शेरपुर व उत्क्रमित मध्य विद्यालय मदुराना में पहुंचे, जहां उनके द्वारा अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित कर बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया. उन्होंने अभिभावकों को प्रेरित करते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. इसमें मध्याह्न भोजन, पोशाक वितरण, साइकिल वितरण, छात्रवृत्ति सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं. विद्यालय में पठन पाठन के दौरान बच्चे भूखे ना रहे, इसके लिए विद्यालय में मध्याह्न भोजन की भी व्यवस्था की गयी है. उनके द्वारा विद्यालयों में आनामांकित बच्चों के अभिभावकों से बात कर उनका नामांकन कराया गया. उन्होंने बताया कि शेरपुर विद्यालय में छह से अधिक बच्चों का नामांकन कराया गया, वहीं मदुरना विद्यालय में 30 से अधिक बच्चों का नामांकन कराया गया. नामांकन के बाद उनके द्वारा नव नामांकित छात्रों को एफएलएन किट का भी वितरण किया गया. साथ ही उन्हें बैग, स्लेट, पेंसिल, कॉपी और पानी बोतल देकर प्रोत्साहित किया. अभिभावकों को जागरूक कर बच्चों का कराएं नामांकन विशेष नामांकन अभियान के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय ने सभी शिक्षकों को निर्देश देते हुए कहा पोषक क्षेत्र में अभिभावकों को जागरूक कर सभी अनामांकित बच्चों को चिह्नित कर उनका विद्यालय में नामांकन कराएं. उन्होंने बताया कि पोषक क्षेत्र में छह से 14 वर्ष के बच्चे किसी भी स्थिति में विद्यालय से बाहर नहीं होने चाहिए, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने सहित अभिभावकों को बताना होगा कि बच्चों के लिए सरकार कौन-कौन सी योजनाएं चल रही है और इन योजनाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है. साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अभिभावकों से कहा कि सिर्फ नामांकन कराकर बच्चों को घर पर ना रखें, बल्कि उन्हें पढ़ने के लिए प्रतिदिन विद्यालय भेजें. # आधार कार्ड नहीं रहने पर भी करें बच्चों का नामांकन- पूरे जिले में इस समय विशेष नामांकन अभियान चलाया जा रहा है लेकिन कई विद्यालयों में अनामांकित बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं रहने पर उनका नामांकन नहीं किया जा रहा है. अभिभावकों द्वारा इस तरह की समस्या बताये जाने के बाद उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे का नामांकन नहीं रुकेगा. उन्होंने शिक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि आधार कार्ड ना हो फिर भी बच्चों का नामांकन होना चाहिए. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया बिना आधार कार्ड के भी बच्चों का नामांकन कर अभिभावकों को आधार कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करें और इससे संबंधित जानकारी दें, ताकि वह जल्द से जल्द बच्चों का आधार कार्ड बनवाया जा सके. उन्होंने शिक्षकों को भी निर्देश देते हुए कहा कि नामांकन के लिए आये बच्चे व अभिभावकों को सिर्फ इसलिए न लौटाया जाये कि उनके पास आधार कार्ड नहीं है. नामांकन के बाद आधार कार्ड बनाने के लिए सभी प्रक्रियाओं के बारे में विभाग अभिभावकों को बताएं, ताकि बच्चों का आधार कार्ड जल्द से जल्द बन सके. जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान का ग्रामीणों द्वारा काफी सराहना की गयी. इस नामांकन अभियान के दौरान मदुरना विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद रहने के कारण वे भड़क उठे. कारण पूछने पर विद्यालय के शिक्षकों द्वारा बताया गया कि विद्यालय का चापाकल खराब होने की वजह से यहां मध्याह्न भोजन का संचालन नहीं हो पा रहा है. इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा तत्काल पीएचइडी के जेइ से बात कर तत्काल चापाकल मरम्मत करने का निर्देश दिया गया.
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