भभुआ सदर (कैमूर) : सोशल मीडिया फेसबुक पर अपाचे बाइक बेचने के एक विज्ञापन के झांसे में आये भभुआ के वार्ड 18 के एक युवक ने अपनी पढ़ाई के 46 हजार रुपये साइबर ठगों के हाथों गंवा दिये. पीड़ित युवक बीएचयू, बनारस का छात्र है. ठगों ने उससे किस्तों में रुपये लिये. अब पीड़ित छात्र ने भभुआ टाउन थाने में मामले की शिकायत की है
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फेसबुक पर बाइक खरीदने का झांसा देकर ठगे 46 हजार
भभुआ सदर (कैमूर) : सोशल मीडिया फेसबुक पर अपाचे बाइक बेचने के एक विज्ञापन के झांसे में आये भभुआ के वार्ड 18 के एक युवक ने अपनी पढ़ाई के 46 हजार रुपये साइबर ठगों के हाथों गंवा दिये. पीड़ित युवक बीएचयू, बनारस का छात्र है. ठगों ने उससे किस्तों में रुपये लिये. अब पीड़ित छात्र […]
पीड़ित युवक वार्ड संख्या 18 के रवि चौधरी ने टाउन थाने में आवेदन देकर बताया है कि वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी में रहकर पढ़ाई करता है. इस महीने के 10 अप्रैल को उसने फेसबुक अकाउंट खोला, तो उसमें अपाची बाइक की बिक्री के लिए विज्ञापन दिया गया था.
जब खरीदारी के लिए संपर्क फेसबुक के माध्यम से ही विक्रेता से किया, तो अपने को सेना का जवान बताने वाले आशुतोष तिवारी ने उससे कहा कि उसे समयाभाव के चलते अपनी अपाचे बाइक की बिक्री जल्दी करनी है. अगर वह खरीद लेगा तो वह बाइक को सेना के ट्रांसपोर्ट द्वारा उसके पास भेज देगा. लेकिन, पहले वह इसका खर्च जमा कर दें. युवक ने उसके झांसे में आकर उसके खाते में पांच हजार एक सौ तीस रुपये जमा कर दिये.
अगले दिन उसी युवक ने पुनः फोन किया और अपना कागजात परिचय पत्र वाट्सएप के माध्यम से भेजा और उससे आधार कार्ड, फोटो सहित अन्य कागजात मांगे. इसके उपरांत ठग युवक ने उससे जीपीआरएस एक्टिव करने के नाम पर 12 हजार 500 अपने पेटीएम में डलवा लिये. बाइक लेने के चक्कर में आये युवक ने उस रुपये को भी डाल दिया.
इसी बीच बाइक सेना के ट्रांसपोर्ट में आने का झांसा देकर ठग ने उससे पुनः गाड़ी बेचने के नाम पर 28 हजार 500 रुपये अपने पेटीएम में डलवा लिये. इधर, बाइक प्राप्त करने जब युवक सेना के ट्रांसपोर्ट में गया तो पता चला कि वहां उसके नाम पते से कोई भी बाइक ट्रांसपोर्ट में नहीं पहुंची है. इसके बाद उसे खुद की ठगी की आशंका हुई और उसने मामले में टाउन थाने की पुलिस से शिकायत की है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
विज्ञापन के झांसे में आया भभुआ का युवक बीएचयू का है छात्र
ठगों ने सेना के ट्रांसपोर्ट से बाइक भेजने का दिया था झांसा
प्राथमिकी के लिए दर-दर खाता रहा ठोकर
पूरे घटनाक्रम में खास बात यह है कि साइबर क्राइम के तहत ठगी के शिकार रवि ने बच्चों को पढ़ा कर एवं घर से पढ़ाई के लिए मिलनेवाले पैसे में से कटौती कर बाइक खरीदने के लिए पैसे इकट्ठे किये थे. लेकिन, ठगों ने उसके 46 हजार रुपये बड़े आराम से फेसबुक पर झांसा दे ले लिये.
पीड़ित युवक जब मामले की प्राथमिकी दर्ज कराने बनारस के भेलुपुर थाना पहुंचा तो पुलिस ने उसका पैसा बरामद कराना तो दूर प्राथमिकी दर्ज करने से भी हाथ झाड़ दिया. दो दिन 11 व 12 अप्रैल को वह बनारस भेलुपुर थाना में चक्कर लगाता रहा. जब उसकी बात को कोई नहीं सुना तो वह भभुआ पहुंचा. भभुआ थाने में भी उसके साथ वही व्यवहार किया गया. यहां भी वह तीन दिनों तक प्राथमिकी के लिए गिड़गिड़ाता रहा.
लेकिन, कोई उसका सुननेवाला नहीं था. पैसे बरामदगी को काफी टेढ़ा काम बता थानेवाले उसे भगा दे रहे थे. अंत में वह जब कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद के पास पहुंचा, तो मामले को गंभीरता से लेते हुए भभुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज करा डीआईयू की टीम को पैसे बरामद कराने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
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