भभुआ नगर : जिला समाहरणालय से लेकर प्रखंड स्तर तक के सभी कार्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना अब भी अधर में लटकी हुई है. हालांकि, जिला समाहरणालय सहित कई अन्य कार्यालयों में पहले से ही सौर ऊर्जा प्लांट लगाया गया है. लेकिन, बीते वर्ष नये सिरे से ब्रेडा के तहत सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना बनी थी. इस मामले में ग्रामीण कार्य विभाग से विशेष कार्य पदाधिकारी ने डीएम को पत्र भेज कर इस संबंध में रिपोर्ट देने की बात कही थी.
ब्रेडा के तहत सरकारी कार्यालयों में सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए संभावित सूची भी उपलब्ध करायी गयी थी. इसमें समाहरणालय सहित डीएम-एसपी का आवास और महादलित सामुदायिक भवनों में भी सोलर पावर प्लांट लगाने की बात कही गयी थी. सोलर पावर प्लांट लगने से कई सरकारी कार्यालयों में बिजली की कोई समस्या विभागीय कामकाज पर असर नहीं डालती, लेकिन यह योजना ठंडे बस्ते में चले जाने से सोलर पावर प्लांट से सरकारी कार्यालयों को जगमग करने की योजना खटाई में पड़ गयी है.
संभावित सूची, जहां लगना था प्लांट : कैमूर जिले के लिए जो संभावित सूची उपलब्ध करायी गयी थी. इसमें जिला समाहरणालय, सदर अस्पताल परिसर, नया जेल परिसर, डीएम, एसपी, डीडीसी, एसडीओ आवास, सभी कार्यपालक अभियंता का आवास, कृषि कार्यालय, जिला विकलांग, पुनर्वास केंद्र, निबंधन सह परामर्श केंद्र, सूचना जन संपर्क विभाग, सभी प्रखंड कार्यालय व आवास, सभी अंचल कार्यालय व आवास, अनुमंडल कार्यालय भभुआ व मोहनिया, सभी प्राथमिक व उपस्वास्थ्य केंद्र, सभी पंचायत सरकार भवन, महादलित सामुदायिक भवन, मोहनिया आईबी, परिवहन कार्यालय, समेकित चेकपोस्ट दुर्गावती, कर्मनाशा, न्यायालय परिसर स्थित सभी भवन, जिला निबंधन कार्यालय, वाणिज्य कर कार्यालय, पशुपालन कार्यालय, जिला व अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय आदि में सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना थी.
बोले अधिकारी
ब्रेडा के तहत सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए जो सूची मांगी गयी थी. उसका प्रस्ताव बना कर राज्य स्तर पर भेजा जा चुका है.
केपी गुप्ता, डीडीसी, कैमूर