अरवल
. डीएम कुमार गौरव की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला अभिसरण कार्य योजना, जिला पोषण समिति-सह-पोषण पखवाड़ा से संबंधित बैठक आयोजित की गई. बैठक का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया. स्वस्थ भोजन संकल्प का स्वयं जिलाधिकारी ने हस्ताक्षर कर अभियान की शुरुआत की. इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा नवजात शिशु व गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में वृद्धि लाने के लिए सभी सीडीपीओ व पर्यवेक्षिकाओं को निदेशित किया गया. डीपीओ आइसीडीएस द्वारा बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्र पर जागरूकता से संबंधित कार्यक्रम यथा अन्नप्राशन एवं गोद भराई जैसे कार्यक्रम में पुरुष की सहभागिता सुनिश्चित कराएं. साथ ही परिवार के सदस्यों विशेषकर पुरुष सदस्यों में यह जागरूकता लाना कि वे अपने घर में यह सुनिश्चित करें कि पहला निवाला गर्भवती महिला को मिले. गर्भवती महिलाओं को प्रोत्साहित करें कि वो समयानुसार भोजन करें. ताकि उनके और उनके आने वाला बच्चा स्वस्थ रहे. बच्चा होने के बाद 6 माह तक केवल मां का दूध ही दें. सातवें माह से माँ के दूध के साथ विविधता से भरा ऊपरी आहार देना अति आवश्यक है, क्योंकि सातवें माह से मां का दूध शिशु के उचित पोषण के लिए पूरा नहीं हो पाता है. इसके साथ ही दो वर्ष तक बच्चे को प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ एवं चीनी से दूर रखें. उन्होंने कहा कि इन सब के अतिरिक्त सबसे महत्वपूर्ण है स्वच्छता. बच्चे की बेहतर विकास के लिए घर एवं घर के आसपास साफ-सफाई अति आवश्यक है. इस संदर्भ में विशेष जागरूकता की आवश्यकता है. बैठक में उप विकास आयुक्त शैलेश कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी दिलीप कुमार, पीरामल स्वास्थ्य जिला प्रतिनिधि परियोजना प्रबंधक बाल एवं महिला विकास निगम, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंड समन्वयक, जिला परियोजना सहायक के साथ अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है